धार्मिक मान्यताओं की माने तो इस दिन कुछ कार्य करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है. आइए जानते हैं कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन सूर्योदय से पहले ही नदी में स्नान करना चाहिए. इस बाद किसी विशिष्ट मंदिर में जाकर दीपदान करना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है.
कार्तिक पूर्णिमा के दिन अन्न, दूध और चावल के दान को शुभ माना जाता है. इस दिन कच्चे दूध से रात के समय चंद्रदेव को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है. इस मौके पर घर में सुख शांति और ऐश्वर्य पाने के लिए घर में मां लक्ष्मी का महालक्ष्मी स्तुति पाठ भी करना चाहिए.
हिंदू धर्म में वैसे भी तुलसी पूजन का विशेष महत्व है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन सांयकाल के समय तुलसी के पास दीपक जलाने से घर में साकारात्मक ऊर्जा का वास होता है. नकारात्मका घर से दूर चली जाती है.
मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन तामसिक भोजन का सेवन करने से घर में किसी व्यक्ति का मृत्यु हो सकता है. इस दिन जरूरतमंद की मदद जरूर करें.गरीब लोगों की सेवा करनी चाहिए. उनकी मदद करनी चाहिए.
कार्तिक पूर्णिमा के दिन परिवार के बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद जरूर लें. इस दिन अपने पूर्वजों को भी याद करना चाहिए. इस दिन अपने घर के बड़ों को अपशब्द बोलने से बचना चाहिए. परिवार के बड़े बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए.