Uttarkashi Tunnel Viral Video: उत्तरकाशी की टनल में फंसे 41 मजदूरों को 17वें दिन सकुशल बाहर निकाल लिया गया है. इन 17 दिनों में कई बाधाएं आई, लेकिन रेस्क्यू की टीमों की लगातार मेहनत आखिरकार रंग लाई.
17वें दिन सुरंग के भीतर फंसे मजदूरों को बचाने के लिए तीन प्लान पर काम चला. उनमें हॉरिजॉन्टल ड्रिलिंग, पहाड़ी के ऊपर से वर्टिकल ड्रिलिंग और उनके लिए एक और पैरलल लाइफ लाइन बिछाई गई. हॉरिजॉन्टल ड्रिलिंग में ऑगर मशीन का मलबा हटाने के बाद रैट माइनिंग यानी मैन्युअल ड्रिलिंग की गई.
सुबह 9 बजे सीएम पुष्कर धामी ने उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल रेस्क्यू को लेकर पावर मीटिंग की. ITBP सेंटर मातली में मीटिंग ली. मीटिंग में आला अधिकारी मौजूद रहे. सिलक्यारा टनल रेस्क्यू को लेकर सीएम से चर्चा हुई. सीएम ने सभी अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट ली और टनल रेस्क्यू की प्रगति जानी.
सुबह उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया, "लगभग 52 मीटर पाइप अंदर जा चुका है, लगभग 57 मीटर तक पाइप को अंदर धकेलना है. इसके बाद एक पाइप और लगेगा...पहले स्टील आदि मिल रहा था, जो अब कम हो गया है। अब सीमेंट का कंक्रीट मिल रहा है जिसे कटर से काट रहे हैं."
पीएम मोदी ने टनल में फंसे मजदूरों का हाल जाना और सीएम धामी से बातचीत की.
टनल में फंसे मजदूरों के परिजनों को तैयार रहने को कहा गया. उन्हें अपने परिजनों के कपड़े व अन्य जरूरी सामान लेकर टनल के बाहर आने को कहा गया.
ड्रिल का काम पूरा होने के पहले एंबुलेंस तैनात की गईं. अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए. टनल के बाहर सिल्क्यारा की तरफ भारी संख्या में पुलिस के अलावा NDRF और SDRF के जवान भी तैनात किए गए.
दोपहर में बारिश के चलते रेस्क्यू में बाधा पड़ने की आशंका पैदा हुई. हालांकि, कुछ देर बाद बारिश रुकने के बाद काम दोबारा शुरू हुआ.
अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिकों की सुरक्षित निकासी के लिए सुरंग के मुख्य द्वार पर बने एक मंदिर में पुजारी के साथ पूजा की.
टनलिंग एक्सपर्ट क्रिस कूपर ने बताया कि 5 बजे से पहले रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो सकता है. वहीं, टनल के अंदर गद्दे और स्ट्रैचर भेजे गए.
करीब 1.40 बजे सिलक्यारा टनल में खुदाई का काम पूरा हो गया. टनल में पाइप दूसरी तरफ पहुंचाया गया. इसके साथ ही NDRF, SDRF की टीम टनल के अंदर पहुंची.
सीएम धामी ने ट्वीट कर जानकारी दी, "बाबा बौख नाग जी की असीम कृपा, करोड़ों देशवासियों की प्रार्थना एवं रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे सभी बचाव दलों के अथक परिश्रम के फलस्वरूप श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए टनल में पाइप डालने का कार्य पूरा हो चुका है. शीघ्र ही सभी श्रमिक भाइयों को बाहर निकाल लिया जाएगा."
करीब 2 बजे मजदूरों को बाहर लाने का काम शुरू हुआ. बाहर निकाले गए मजदूरों का चेकअप किया गया. उन्हें दवाइयां दी गईं. श्रमिकों को काले चश्मे पहनाए गए, ताकि सीधे धूप में आने से कोई दिक्कत न हो.