Rajasthan Assembly Election 2023 Result: राजस्थान समेत पांच राज्यों में मतदान हो चुका है. अब 3 दिसबंर, रविवार यानी कल मतगणना है. इस बार जनता ने लोकतंत्र के महापर्व में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया, जिसका नतीजा रहा कि पिछली बार की तुलना में इस बार मतदान प्रतिशत ज्यादा है. राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है. एक ओर भाजपा ऐतिहासिक बहुमत पाने का दावा कर रही है. वहीं कांग्रेस भी एक बार फिर से राज्य में सरकार रिपीट होने की बात कह रही है. हालांकि, अगले पांच सालों तक सत्ता किसके हाथ में होगी इसका फैसला कल हो जाएगा. 


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हालांकि, एग्जिट पोल में बीजेपी को बढ़त मिली है. ऐसे में माना जा रहा है कि राजस्थान में पिछले चार दशक से सत्ता बदलने का चला आ रहा ट्रेंड जारी रह सकता है. दरअसल गुरुवार को अलग-अलग सर्वे एजेंसियों का एग्जिट पोल सामने आया. जिनमें से ज्यादातर सर्वें एजेंसियों ने राज्य में बीजेपी को पहले नंबर पर दिखाया है. 10 टॉप सर्वे एजेंसियों की बात करें तो 7 एजेंसियों ने अपने-अपने एग्जिट पोल में भाजपा की बढ़त दिखाई है. जबकि तीन एजेंसियों ने कांग्रेस को आगे बताया है. आइए जानते हैं कि किस चैनल-एजेंसी ने किसको कितनी सीटें दी हैं. 


राजस्थान
कितनी सीटों पर चुनाव: 199


चैनल-एजेंसी भाजपा कांग्रेस  अन्य
न्‍यूज18-MATRIZE 111  74  14
सी-वोटर 94-114 71-91 09-19
जन की बात 100-122 62-85 14-15
टाइम्स नाउ-ETG 108-128 56-72 13-21
इंडिया टुडे- माई एक्सिस 80-100 86-106 9-18

राजस्थान में मतदान का रिकॉर्ड
निर्वाचन विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, इस बार 74.62% वोटिंग EVM से हुई है. जबकि 0.83% पोस्टल बैलट से मतदान हुआ. इस बार कुल 75.5% मतदान हुआ, जो 2018 की तुलना में 0.8% अधिक है. 2013 में सबसे ज्यादा 75.7% मतदान हुआ था. क्षेत्रवार मतदान का प्रतिशत देखा जाए तो पूर्वी राजस्थान की 58% सीटों पर मतदान बढ़ा है. मारवाड़ की 52% सीटों पर, मेवाड़-हाड़ौती की 83% सीटों पर और उत्तरी राजस्थान की 38% सीटों के मतदान प्रतिशत में इजाफा हुआ है. 


क्या कहता है मतदान प्रतिशत के बढ़ने और घटने का आंकड़ा? 
राजस्थान में हुए पुराने चुनावों में मतदान प्रतिशत के आंकड़े एक बड़ा संकेत देते हैं. जब भी प्रदेश में मतदान प्रतिशत बढ़ा है, तो ज्यादातर बार बीजेपी को फायदा हुआ है और सत्ता मिली है. वहीं मतदान प्रतिशत घटने पर कांग्रेस का फायदा हुआ है. इस बार मतदान प्रतिशत में इजाफा हुआ है ऐसे में यह बीजेपी की जीत का एक संकेत माना जा सकता है. हालांकि इस बढ़े मतदान का किसको फायदा मिलेगा यह परिणाम आने पर साफ हो जाएगा. 


क्या कहता है वोटिंग पैटर्न का चुनावी इतिहास? 
विस चुनाव 1993 में 60.6% वोटिंग- मतदान 3.5% बढ़ा- BJP की सरकार बनी.
विस चुनाव 1998 में 63.4  % वोटिंग - मतदान 2.8% बढ़ा- कांग्रेस की सरकार बनी.
विस चुनाव 2003  में  67.2 % वोटिंग - मतदान 3.8% बढ़ा- बीजेपी की सत्ता में वापसी. 
विस चुनाव 2008  में 66.5  % वोटिंग - मतदान 0.7% घटा- कांग्रेस की सरकार बनी.
विस चुनाव 2013  में 75.7 % वोटिंग- मतदान 9% बढ़ा- बीजेपी की वापसी. 
विस चुनाव 2018  में  74.7 % वोटिंग - मतदान 1% घटा- कांग्रेस की सरकार बनी. 
विस चुनाव 2023  में 75.5  % वोटिंग - मतदान 0.8% बढ़ा- ? 


हॉट सीटों पर कम हुए मतदान 
जानकारी के मुताबिक, सीएम अशोक गहलोत की विधानसभा सीट सरदारपुरा, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की सीट झालरापाटन और पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया की सीट आमेर पर पिछली बार की तुलना में कम वोट पड़े हैं. गहलोत की सीट पर साल 2018 की तुलना में 0.54% मतदान कम हुआ. साल 2018 में यहां 66.22% वोटिंग हुई थी, जबकि इस बार यह घटकर 65.68% रह गई है. वहीं, वसुंधरा राजे की सीट पर इस बार 77.67 प्रतिशत वोटिंग हुई है, जो कि पिछली बार (77.93%) की तुलना में 0.26% कम है. 


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