Sher Singh Rana: दिल्ली में दिनदहाड़े फूलनदेवी को गोलियों से भून डाला था, कौन है शेर सिंह राणा, जिस पर अब बनेगी फिल्म
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Sher Singh Rana: दिल्ली में दिनदहाड़े फूलनदेवी को गोलियों से भून डाला था, कौन है शेर सिंह राणा, जिस पर अब बनेगी फिल्म

Sher Singh Rana News: अफगानिस्तान से पृथ्वीराज चौहान की अस्थियां देश वापस लाने वाले शेर सिंह राणा की बायोपिक बनाने को लेकर अपडेट आया है. आखिरकार रणदीप हुड्डा  इसके लिए ऑन बोर्ड आ गए हैं.

Sher Singh Rana

Randeep Hooda: अफगानिस्तान से पृथ्वीराज चौहान की अस्थियां देश वापस लाने वाले व  फूलन देवी की हत्या के आरोपी शेर सिंह राणा की बायोपिक बनाने को लेकर एक नया अपडेट आया है. इसके लिए आखिरकार रणदीप हुड्डा ऑन बोर्ड आए हैं. दरअसल, इस फिल्म को काफी सालों से बनाने की तैयारी चल रही हैं. इसके लिए छह साल पहले अजय देवगन को पिच किया गया, इसके बाद दो साल पहले विद्युत जामवाल व विनोद भानुशाली ने इसको बनाने का आधिकारिक ऐलान किया. अब खबर ये है कि इस प्रोजेक्ट पर अब रणदीप हुड्डा आ गए हैं. 

राइट्स के मामले सुलझा लिए गए हैं
सूत्रों की माने तो शेर सिंह राणा की जीवनी में कई सिनेमाई मसाले हैं. फूलन देवी की हत्या का आरोप भी उन पर रहा है. ऐसे में कई सितारों ने फिल्म बनाने को लेकर दिलचस्पी दिखाई है. शेर सिंह राणा के राइट्स पर कानूनी पेंच लगातार बना रहा जिससे अजय देवगन और विद्युत जामवाल के साथ यह फिल्म नहीं बनाई जा सकी. हालांकि, फिलहाल राइट्स के मामले सुलझा लिए गए हैं.

शैतान की शूट के वक्त अजय देवगन से मुलाकात
जानकारी के मुताबिक, शेर सिंह राणा दोस्त विशाल त्यागी ने शैतान की शूट के वक्त अजय देवगन से मुलाकात की लेकिन दोनों इस प्रोजेक्ट के लिए नहीं साथ आ सके. वैसे अब विशाल त्यागी रणदीप हुड्डा के साथ इस फिल्म की घोषणा कर रहे हैं. इस बारे में कुमार मंगत पाठक द्वारा फिलहाल आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई थी, वे लंदन और स्कॉटलैंड में अभी‘सन ऑफ सरदार 2’ की शूट में व्यस्थ हैं. दूसरी ओर विशाल त्यागी ने कहा है कि बहुत जल्द रणदीप हुड्डा के साथ फिल्म की घोषणा की जाएगी.

आत्मसमर्पण किया
शेर सिंह राणा का असली नाम पंकज कुमार पुंडीर है जो 17 मई 1976 में उत्तराखंड के रूड़की में पैदा हुए और राजपूत परिवार ताल्लुक रखते हैं. आपको बता दें कि 17 मई 1976 को उत्तराखंड के रुड़की में जन्मे शेर सिंह राणा ने सांसद रहीं फूलन देवी की दिल्ली स्थित सरकारी आवास में 25 जुलाई 2001 को गोली मारकर हत्या कर दी थी. उसके दो दिन बाद  देहरादून पुलिस के सामने शेर सिंह ने आत्मसमर्पण कर दिया था. 

जेल से फरार हो गया था
वहीं, 17 फरवरी 2004 को  शेर सिंह जेल से फरार हो गया. इसके बाद संजय गुप्ता के नाम से पासपोर्ट बनाया और बांग्लादेश भाग गया. ट्रैक से दूर रहने के लिए उसने सैटेलाइट फोन को इस्तेमाल किया था. शेर सिंह राणा ने हिंदू सम्राट पृथ्वी राज चौहान के अवशेषों को गजनी से वापस लाने के लिए अफगानिस्तान की यात्रा करने से जुड़े भी दावे किए हैं. हालांकि साल 2006 में कोलकाता से उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. 

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