Good News: UP Board के 1 करोड़ छात्रों को मिलेगी डिक्शनरी, टेक्निकल शब्दों को सरल भाषा में समझाएगा ये शब्दकोष
UP Board News: पढ़ाई के दौरान अक्सर स्टूडेंट्स को कठिन शब्दों को समझने में दिक्कत होती है. लेकिन यूपी बोर्ड अब बच्चों के लिए पढ़ाई आसान बनाने जा रहा है. इसके लिए यूपी बोर्ड एक खास डिक्शनरी लेकर आए रही है.
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश बोर्ड ऑफ हाई स्कूल एंड इंटरमीडिएट एजुकेशन (UP Board) जल्द ही अपने छात्रों के लाभ के लिए तकनीकी शब्दावली और कठिन शब्दों का एक शब्दकोश प्रकाशित करेगा. इस डिक्शनरी से 28,000 से अधिक स्कूलों के छात्रों को लाभ होने की उम्मीद है. यह हिंदी और अंग्रेजी दोनों में शब्दों और शब्दावली की जानकारी देगा.
करीब 1 करोड़ छात्रों को मिलेगा लाभ
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, डिक्शनरी के लिए गणित, फिजिक्स और केमिस्ट्री जैसे विषयों के तकनीकी शब्दों को विस्तार से बताने का काम लगभग पूरा कर लिया गया है. डिक्शनरी हिंदी, उर्दू और संस्कृत जैसे गैर-एसटीईएम (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ्स) विषयों के कठिन शब्दों को भी समझाएगा. बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 2023-24 के अगले शैक्षणिक सत्र तक यह डिक्शनरी बच्चों और शिक्षकों के लिए उपलब्ध हो जाएगी. इससे राज्य भर में पढ़ने वाले कक्षा 9 से 12 तक के लगभग एक करोड़ छात्रों को लाभ होगा.
राज्य सरकार से मिल चुकी है मंजूरी
एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, राज्य बोर्ड के छात्रों द्वारा इस्तेमाल की जा रही एनसीईआरटी और गैर-एनसीईआरटी की किताबों में इस्तेमाल होने वाले कठिन और तकनीकी शब्दों के शब्दकोश को डिजाइन करने और लाने के लिए राज्य सरकार से मंजूरी मिलने के बाद यह कदम उठाया जा रहा है. 2018 में, बोर्ड ने राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) पाठ्यक्रम लागू किया था. अभी उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में एनसीईआरटी की 67 किताबें पढ़ाई जा रही हैं.
कीमत को लेकर नहीं किया खुलासा
डिक्शनरी तैयार करने के लिए बोर्ड मुख्यालय में सब्जेक्ट एक्सपर्ट्स के साथ विशेष कार्यशाला आयोजित की गई. अधिकारी ने कहा, शब्दकोश तैयार होने के बाद इसे अनुमोदन के लिए विषय समिति के समक्ष रखा जाएगा. इसके बाद इसके प्रकाशन का औपचारिक प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा जाएगा. अभी तक प्रस्तावित डिक्शनरी की कीमत के बारे में नहीं बताया गया है.
यह भी स्पष्ट नहीं है कि शब्दकोश फिजिकली बच्चों को उपलब्ध करायी जाएगी या नहीं. हालांकि, बोर्ड निश्चित रूप से अपनी वेबसाइट पर पीडीएफ प्रारूप में इसे अपलोड कर देगा, ताकि इसे सभी छात्र मुफ्त में एक्सेस कर सकें.