लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र अपने तय समय से पहले अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया जा सकता है. खबरें हैं कि 6 मार्च तक चलने वाला सत्र 28 फरवरी को ही खत्म हो जाएगा. ऐसे संकेतों ने विधायकों में तमाम तरह की अटकलों को जन्म दे दिया है. जहां एक ओर कई विधायक सदन की कार्यवाही को अचानक स्थगित किए जाने की खबरों को लेकर कन्फ्यूज दिख रहे हैं तो कई इसको अप्रत्याशित घटना मानते हुए कारणों की तलाश में जुट गए हैं.


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27 फरवरी को सभी विभागों के बजट प्रस्तुत होने की संभावना जताई जा रही है. वहीं दूसरी ओर विपक्ष सदन को जल्द स्थगित किए जाने की खबरों को लेकर नाराज दिख रहा है. समाजवादी पार्टी के एक सदस्य ने जी मीडिया से बात करते हुए पूछा कि जब पहले कम समय के लिए सदन चलता था तो सरकार विपक्ष को दोषी ठहराती थी और अब जब सदन शांतिपूर्वक चल रहा है तो सदन का समय क्यों कम किया जा रहा है ? सूत्रों कि माने तो आखरी दिन विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को कटघरे में खड़ा करने की भरसक कोशिश करेगा.


क्या सदन को तय समय से पहले स्थगित कर दिया जाएगा यह खुद बीजेपी के सदस्यों के लिए रहस्य बना हुआ है. कई सदस्यों को तो सोमवार को पता चला कि शायद अब सदन 28 फरवरी तक ही चलेगा. उन सदस्यों का मानना है कि इसका खुलासा सभी के सामने तब हुआ जब यह संदेश आया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 26 फरवरी को बजट पर चर्चा पर भाषण देंगे. जबकि गृह विभाग के बजट पर अपना वक्तव्य 28 फरवरी को देंगे. आमतौर पर नेता सदन का गृह विभाग पर वक्तव्य आखिरी दिन आता है लिहाजा यह अनुमान लगाया जा रहा है कि सदन की कार्यवाही 28 फरवरी को समाप्त हो जाएगी. इस बात के संकेत आज सदन में भी मिले जब भत्तों की मांग पर सरकार ने 28 फरवरी को जवाब देने की बात कही.


आज चर्चाओं का बाजार इस कदर गरम रहा कि कारणों की तलाश में कई सदस्यों ने सरकार में कोई बड़े बदलाव को कारण बता दिया, तो किसी ने कुछ महत्वपूर्ण होने वाले घटना क्रम को.


हालांकि संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना का कहना है कि अभी तक पूरे समय का कार्यक्रम है सदन को चलाने का आगे क्या होगा यह कह पाना मुश्किल है. वहीं दूसरी ओर विधान सभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कार्य मंत्रणा की कार्यवाही का सदन में उल्लेख करते हुए कहा कि बाकी कार्यक्रम यथावत रहेंगे.