देहरादून: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के हरिद्वार गंगा आरती में शामिल होने से दो दिन पहले उत्तराखंड की हर की पौड़ी में बह रही धारा को वापस से गंगा का दर्जा दे दिया गया है. 2016 में जारी स्कैप चैनल संबंधित शासनादेश को सरकार ने निरस्त कर दिया है. पूर्व सरकार के फैसले को बदलने के लिए हाल ही में साधु-संतो ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की थी. इस बैठक के बाद उन्होंने स्पैक चैनल को हटाने की घोषणा की थी.  बुधवार आदेश जारी होने के बाद खड़खड़ी से हर की पैड़ी होते हुए कनखल तक की जलधारा को एक बार फिर गंगा का दर्जा दे दिया गया. 


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लंबे समय से संत कर रहे थे विरोध
गौरतलब है कि पूर्व सरकार ने मैदानी क्षेत्रों में गंगा और उसकी सहायक नदियों के किनारे दो सौ मीटर के दायरे निर्णाम कार्य में फौरी राहत के लिए शासनादेश जारी किया था. लेकिन संत समाज और कई अन्य लोग शुरुआत से इसे फैसले का विरोध कर रहे थे. वे लगातार हरी की पौड़ी स्कैप चैनल को वापस से गंगा धारा की दर्जा देने की मांग कर रहे थे.  सीएम रावत इस पर कई बार सहमति जता चुके हैं.  आखिरकार कुंभ 2021 से पहले पुराने आदेश को रद्द कर दिया गया.


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हर की पौड़ी आ रहे हैं जेपी नड्डा
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा चार दिसंबर को उत्तराखंड के दौरे पर आ रहे हैं.  इस दौरान वह हर की पैड़ी गंगा आरती में शामिल होंगे. इसके अलावा खास बात है कि जनवरी में यहां कुभ मेले का आयोजन करावाया जाने वाला है.  ऐसे में सरकार इसके लिए भी तैयारी कर रही है. 


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