देहरादून: उत्तराखंड के श्रीनगर स्थित नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ टैक्नोलॉजी (निट) के छात्रों द्वारा स्थायी परिसर न होने की वजह से संस्थान में लौटने से इंकार करने की खबरों के बीच मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज उन्हें आश्वासन दिया कि इस समस्या को जल्द दूर किया जाएगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यहां जारी एक बयान में मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि एनआईटी श्रीनगर के लिए जल्द ही स्थायी कैंपस बन जाएगा और इसके लिए राज्य में स्थानीय निकाय की चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद कैबिनेट में प्रस्ताव लाया जाएगा. रावत ने साफ किया कि एनआईटी को श्रीनगर से कहीं अन्य नहीं भेजा जायेगा .


'करीब 122 एकड़ जमीन तलाश ली गई है'  
मुख्यमंत्री ने बताया कि एनआईटी श्रीनगर के स्थायी परिसर के लिए सुमाड़ी के पास ही करीब 122 एकड़ जमीन तलाश ली गई है और चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद सरकार इस जमीन का हस्तांतरण एनआईटी के नाम करने के लिए कैबिनेट में प्रस्ताव लाएगी.


उन्होंने कहा कि स्थायी कैंपस बनने तक श्रीनगर में ही प्रशासनिक भवन और फैकल्टी भवन तक पहुंचने के लिए अलग से मार्ग बनाया जाएगा जिससे छात्रों को राष्ट्रीय राजमार्ग से नहीं गुजरना पड़ेगा. संस्थान का अपना स्थाई परिसर न होने की शिकायत करते हुए 900 से ज्यादा छात्र 23 अक्टूबर को सामूहिक रूप से अपने घर चले गये थे.


(इनपुट - भाषा)