नई दिल्लीः उत्तराखंड में बादल फटने की खबरें थमने का नाम ही नहीं ले रही हैं. राज्य के उत्तरकाशी में मोरी, डगोली, टिकोची, माकुड़ी और आराकोट में बादल फटने से भारी तबाही मची है, जिसमें आराकोट में बादल फटने से आराकोट से शिमला को जाने वाली सड़क 400 मीटर नदी में समा गई. इस घटना के बाद अब लोगों को जान जोखिम में डालकर आना जाना पड़ रहा है. वहीं एसडीआरएफ के साथ एनडीआरएफ के जवान भी लगातार बचाव राहत के काम में जुटे हुए हैं और लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर नदी पार करा रहे हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वहीं सड़क नदी में समा जाने की वजह से आवागमन आराकोट और शिमला के बीच का आवागमन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. यहां बादल फटने के बाद कई घर जमीनदोज हो गए. वहीं इस प्रकृति के इस प्रकोप से आराकोट में 2 लोगों की मौत भी हो गई है, जबकि 2 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं. लगातार हो रही बारिश से दर्जनों घरों को भारी नुकसान पहुंचा है,  जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. 


देखें लाइव टीवी



VIDEO: कच्छ में NDRF की टीम ने बाढ़ में फंसे 192 लोगों को कैसे सुरक्षित निकाला


एसडीआरएफ की टीम लगातार राहत बचाव कार्य में जुटी हुई है. ऐसे में प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत और कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने हेलीकॉप्टर से हवाई सर्वे किया. साथ में आराकोट पहुंचकर पीड़ित लोगों का हालचाल जाना. प्रदेश में जारी प्राकृतिक आपदाओं को लेकर उनका कहना है कि सरकार हर संभव मदद पीड़ितों को पहुंचा रही है. साथ ही स्थानीय लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर भारी संख्या में सुरक्षाबलों को प्रभावित इलाकों पर तैनात कर दिया गया है.