मैं मेरठ एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह के साथ हूं- विवादित वीडियो पर बोलीं BJP नेता उमा भारती
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मैं मेरठ एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह के साथ हूं- विवादित वीडियो पर बोलीं BJP नेता उमा भारती

वीडियो पर मेरठ के एसपी अखिलेश नारायण सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि हमें देखकर कुछ लड़कों ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए और भागने लगे थे.

(फाइल फोटो)

नई दिल्ली: नागरिकता कानून के विरोध में मेरठ में 20 दिसंबर को हुई हिंसा के दौरान एसपी सिटी का एक विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने ट्विटर अकाउंट से ये वीडियो को शेयर किया है. वीडियो शेयर करते हुए प्रियंका गांधी ने लिखा है कि भाजपा ने संस्थाओं में इस कदर सांप्रदायिक जहर घोला है कि आज अफसरों को संविधान की कसम की कोई कद्र ही नहीं है. वहीं, अब इस पर बीजेपी नेता और पूर्व सांसद उमा भारती ने पलटवार किया है. उमा भारती ने कहा है कि वे मेरठ के एसपी सिटी के साथ हैं.

उमा भारती ने प्रियंका गांधी और कांग्रेस पर निशाने साधते हुए ट्वीट कर कहा कि मेरठ के एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह का पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे, पुलिस को मां-बहनों की गालियां दे रहे, पत्थर फेंक रहे, आगजनी कर रहे, दंगाइयों से यह कहना कि तुम पाकिस्तान चले जाओ, एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया है. 

 

 

उन्होंने लिखा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी इसको राजनैतिक मुद्दा बनाते समय यह मानवीय पक्ष भूल रहे हैं कि पुलिस वालों के भी परिवार होते हैं तथा देशभक्ति का जज्बा उनमें प्रबल होता है. ऐसे में इसको राजनैतिक मुद्दा बनाना, इन दोनों भाई बहनों की घिनौनी साजिश है.

 

 

सिलसिलेवार किए गए ट्वीट में उमा भारती ने लिखा कि देश में शांति होने लगी है. उत्तरप्रदेश भी सामान्य स्थितियों की ओर लौटने लगा है. इस स्थिति को कांग्रेस और वामपंथी बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं.

 

 

यह वो लोग हैं जिन्होंने धर्म के नाम पर देश को बांटा. 1984 में हजारों सिखों को जिंदा जलाया और अब पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों के साथ खड़े हो गए हैं. मैं अभी कर्नाटक में हूं, मेरे गुरुजी गंभीर रूप से बीमार हैं. लेकिन, मैं यहीं से यह संदेश देती हूं कि मैं मेरठ एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह के साथ हूं.

 

दरअसल, प्रियंका गांधी ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए यूपी पुलिस पर सवाल खड़े किए हैं. इस वीडियो में मेरठ के एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह दंगाइयों और उपद्रवियों से पाकिस्तान जाने की बात कहते नजर आ रहे हैं. प्रियंका गांधी ने ये वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है कि भारत का संविधान किसी भी नागरिक के साथ इस भाषा के प्रयोग की इजाजत नहीं देता और जब आप अहम पद पर बैठे अधिकारी हैं, तब तो जिम्मेदारी और बढ़ जाती है. भाजपा ने संस्थाओं में इस कदर सांप्रदायिक जहर घोला है कि आज अफसरों को संविधान की कसम की कोई कद्र ही नहीं है.

दरअसल, ये वीडियो सात दिन पुराना है. मौके पर कुछ उपद्रवी भारत विरोधी और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते हुए पथराव कर रहे थे. उनका पीछा करते हुए पहुंचे एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने कहा था कि खाते यहां की हो, गाते वहां की हो, ऐसा ही है तो पाकिस्तान चले जाओ. वहीं, इस वीडियो के सामने आने के बाद यूपी पुलिस की ओर से सफाई भी दी गई है. मेरठ एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि ये वीडियो 20 दिसंबर का है. उस दौरान मेरठ में पत्थरबाजी और देशविरोधी नारेबाजी हुई थी. उन्होंने कहा कि मेरठ में हालात बेहद भयावह हो गए थे. वहां पाकिस्तान समर्थित नारे लगाए जा रहे थे.

इस मामले पर एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने भी अपनी सफाई दी है. उन्होंने कहा कि हमें सूचना मिली थी कि वहां बवाल हो सकता है. इस पर मैं और एडीएम सिटी वहां पर पहुंचे थे. इस दौरान वहां खड़े कुछ युवकों ने देशविरोधी नारे लगाने शुरू कर दिए और भाग गए. मैंने स्थिति को संभालने के लिए ऐसा कहा था. किसी के साथ भी कोई अभद्रता नहीं की गई थी. पुलिस की ओर से सफाई में कहा गया है कि अब जब पूरे प्रदेश में शांति है. तब ये वीडियो कुछ लोगों की तरफ से जानबूझ कर घटना के कई दिनों बाद वायरल किया जा रहा है ताकि, दुबारा अशांति फैलाई जा सके.

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