लखनऊ: सामूहिक बलात्कार और एसिड हमले की शिकार महिला को जबरन एसिड पिलाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने आज पुलिस को निर्देश दिया कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने पीड़िता को एक लाख रूपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया.


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घटना की जानकारी मिलते ही योगी पीड़िता का हालचाल लेने मेडिकल कॉलेज पहुंचे. उन्होंने अपर पुलिस महानिदेशक (रेलवे) गोपाल गुप्ता को बुलाकर निर्देश दिया कि आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित हो.


महिला की उम्र 45 वर्ष है.वह कल इलाहाबाद-लखनउ गंगा गोमती एक्सप्रेस ट्रेन से चारबाग रेलवे स्टेशन पर उतरी और पुलिस को लिखित शिकायत दी क्योंकि वह बोल नहीं पा रही थी.


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बताया जा रहा है कि दो लोगों ने उंचाहार (रायबरेली) की रहने वाली इस महिला को कल ट्रेन में लगभग सुबह साढे दस बजे एसिड पीने के लिए बाध्य किया था. महिला पर यह चौथी बार हमला किया गया है.


पीड़िता लखनऊ के शिरोज हैंगआउट कैफे में करती है काम


जिन लोगों ने उसे एसिड पिलाया, उन्होंने ही उस पर संपत्ति विवाद को लेकर 2009 में एसिड हमला किया था. महिला लखनऊ स्थित शिरोज हैंगआउट कैफे में काम करती है जो एसिड हमले की शिकार महिलाओं द्वारा संचालित है.


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महिला दस मार्च को घर गयी थी क्योंकि उसकी बेटी की दसवीं की परीक्षा थी. महिला कल वापस लखनऊ लौट रही थी, जब उक्त घटना हुई.पुलिस सूत्रों ने बताया कि महिला पर 2012 में चाकू से हमला किया गया था. उसके बाद 2013 में उस पर एसिड हमला हुआ.


मुख्यमंत्री ने दिया सुरक्षा का निर्देश 


मीडिया की खबरों के बाद मुख्यमंत्री पीड़िता से मिले, उसकी सुरक्षा का निर्देश दिया और उसकी मदद के लिए एक लाख रूपये की राशि देने का ऐलान किया. महिला कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने भी पीड़िता से मुलाकात कर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया.


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स बीच पुलिस महानिरीक्षक (लखनऊ जोन) ए सतीश गणेश ने उन तीन ‘संवेदनहीन’महिला कांस्टेबलों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है, जो अस्पताल में पीड़िता के बिस्तर के निकट ‘सेल्फी’ लेने में मशगूल थीं. महिला कांस्टेबलों के सेल्फी लेने के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हैं. गणेश ने इसी के आधार पर तीनों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई का आदेश दिया.