UP NEWS: पूरे परिवार के दस्तावेज डिजिटली रहेंगे महफूज, डिजिलॉकर पर 'फैमिली आईडी' का तोहफा
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UP NEWS: पूरे परिवार के दस्तावेज डिजिटली रहेंगे महफूज, डिजिलॉकर पर 'फैमिली आईडी' का तोहफा

लखनऊ:  योगी सरकार में अब प्रदेश के नागरिक डिजिलॉकर पर भी अपनी फैमिली आईडी को एक्सेस कर सकेंगे. 

CM Yogi Adityanath govt makes family ID

लखनऊ:   योगी सरकार अपनी विभिन्न योजनाओं को डिजिटल टेक्नोलॉजी से जोड़ने पर फोकस कर रही है. इसी के तहत सरकार ने अपनी महत्वाकांक्षी योजना 'फैमिली आईडी'  एक परिवार एक पहचान'को डिजिलॉकर पर लाइव कर दिया है. अब प्रदेश के नागरिक डिजिलॉकर पर भी अपनी फैमिली आईडी को एक्सेस कर सकेंगे.

प्रदेश में वो सभी लोग जिनका फैमिली आईडी के लिए रजिस्ट्रेशन हो चुका है, वो डेस्कटॉप या मोबाइल फोन के जरिए डिजिलॉकर पर जाकर अपनी फैमिली आईडी को एक्सेस कर पाएंगे. फैमिली आईडी का उद्देश्य अप्रयुक्त योजनाओं में पात्र लाभार्थियों की पहचान के माध्यम से योजनाओं का बेहतर कवरेज देना है.

क्या है डिजिलॉकर?
डिजिलॉकर डिजिटल इंडिया की एक पहल है, जिसमें हम अपने जरूरी दस्तावेजों की सॉफ्ट कॉपी को संभाल कर रख सकते हैं. डिजिलॉकर में आपके दस्तावेज लिंक के रूप में दिखते हैं.अगर आप किसी योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो दस्तावेजों की हार्ड कॉपी के बजाए आप वहां एक लिंक दे सकते हैं, जिससे आपके दस्तावेज की जांच आसानी से हो जाएगी. जो आवेदक आधार से जुड़ा होगा, उसे 10 एमबी का व्यक्तिगत स्टोरेज स्पेस मिलता है जिसमें दस्तावेजों को यूआरएल लिंक के रूप में सुरक्षित रखा जाता है. इन दस्तावेजों का इस्तेमाल करने के लिए आपको यूजर आईडी और पासवर्ड से लॉगइन करना होगा, जिसके बाद आप बड़ी ही आसानी से लिंक के रूप में अपने दस्तावेज देख सकेंगे. डिजिलॉकर में दस्तावेज सुरक्षित रखने से पहले इसमें अकाउंट बनाना होता है. 

फैमिली ई-पासबुक
 प्रदेश के नागरिकों की सुविधा के लिए डिजीलॉकर पर फैमिली आईडी डिजिटल कार्ड उपलब्ध कराया गया है. इस कार्ड में लाभार्थी और उसके परिवार का पूरा डाटा उपलब्ध होगा. इसके साथ ही ये भी बताया गया कि विभिन्न योजनाओं और इनका लाभ प्राप्त करने के लिए फैमिली ई-पासबुक प्रदेश भर के सभी परिवारों के लिए तैयार है. फैमिली ई-पासबुक विजिबिलिटी और अवेयरनेस में सुधार के लिए विकसित की गई है. 

3.61 करोड़ राशन कार्ड होल्डर
इसके अंदर एजुकेशन और स्किलिंग के तहत बेसिक एंड सेकेंडरी, हायर एंड टेक्निकल और स्किलिंग व वोकेशनल योजनाओं का लाभ लिया जा सकेगा. इसी तरह सोशल वेलफेयर एंड इमपॉवरमेंट के तहत एग्रीकल्चर एवं राशन, पेंशन व स्कॉलरशिप और मेडिकल हेल्थ से जुड़ी योजनाओं में इसका इस्तेमाल हो सकेगा. इस योजना के लाभार्थियों में 3.61 करोड़ राशन कार्ड होल्डर परिवार पहले से ही एनएफएसए डेटाबेस का हिस्सा हैं. उनका राशन कार्ड नंबर ही उनकी फैमिली आईडी है.   

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