बनारस धार्मिक नगरी होने के साथ पर्यटन के लिहाज से भी काफी खूबसूरत जगह है. यहां के तीर्थ स्थल और गंगा के घाट हमेशा यहा आने वाले दार्शनिक की पहली पसंद रहते है. बनारस शहर के आस-पास भी कई ऐसी कई जगह है जो आपके मन को लुभा सकती है.
आप यहां खूबसूरत घाट और मंदिर का दीदार कर सकते हैं. ये जगहें न केवल भारतियों को बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी काफी पसंद आती है. हालांकि ज्यादातर पर्यटक वाराणसी घूम के वापस चले जाते हैं.
कई लोगों को इसके आस-पास के खूबसूरत झरनों (वॉटरफॉल) के बारे में नहीं पता होता. आज हम इस लेख में आपको वाराणसी और उसके पास की कुछ ऐसी जगह के बारे में बातएगें जहां आप घूमने जा सकते है.
बनारस में घूमने की जगह की सूची में चुनार का किला भी सबसे आकर्षक स्थलों में से एक है. यह शहर से 40 किलोमीटर दूर मिर्जापुर जिले में गंगा नदी के तट पर स्थित है. किला 34000 वर्ग फुट आकार में फैला हुआ है.
सारनाथ एक प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थ स्थल है जो वाराणसी से लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. शांत वातावरण में कुछ समय बिताने के लिए यह स्थान काफी अच्छा है. इसी स्थान पर गौतम बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था.
सारनाथ में घूमने की जगह काफी लोकप्रिय है जिसमे अशोक स्तंभ, चौखंडी स्तूप, पुरातत्व संग्रहालय, तिब्बती मंदिर, धमेख स्तूप, मठ और थाई मंदिर आदि शामिल हैं. यहां पर दार्शनिक लोगों की भीड़ लगी रहती है. लोग यहां पर गौतम बुद्ध से जुड़ी चीजों को देखने आते है.
लखनिया दरी (जलप्रपात) वाराणसी का एक खूबसूरत स्थान है. जहां पर हमेशा ही सैनानियों की भीड़ लगी रहती है. यह वाराणसी शहर के करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर मिर्जापुर जनपद में स्तिथ है. यहां छुट्टियों में लोग पिकनिक मनाने आते हैं.
चंदौली के नौगढ़ के जंगलों में स्थित राजदरी और देवदरी जलप्रपात बेहद खूबसूरत और आकर्षक है. यह वाराणसी से करीब 70 किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ है. इस जलप्रपात की खूबसूरती को निहारने के लिए सर्च टॉवर भी लगा है
मुक्खा फॉल (जलप्रपात) सोनभद्र जिले में है. इसकी दूरी वारणसी से लगभग 95 किलोमीटर है. यहां बेलन नदी का पानी उबड़-खाबड़ जमीनों से होते हुए 50 फीट की ऊंचाई से नीचे गिरता है. गर्मियों के मौसम में यहां आने वालों की संख्या काफी बढ़ जाती है.