लखनऊ : उन्‍नाव रेप पीड़िता की कार के एक्‍सीडेंट मामले में एडीजी लखनऊ जोन राजीव कृष्णा और आईजी लखनऊ एसके भगत ने सोमवार को संयुक्‍त प्रेस कॉन्‍फ्रेंस करके जानकारी दी. उन्‍होंने कहा कि ट्रक मालिक और उसके उसके ड्राइवर की कॉल डिटेल की जांच की जा रही है. साथ ही आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के सहयोगियों की भी कॉल डिटेल जांची जा रही है.


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पुलिस की ओर से प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कहा गया कि रेप पीड़िता को 10 पुलिसकर्मियों की सुरक्षा मिली हुई है. रेप पीड़िता की कार में चार लोग थे. एक व्यक्ति को उन्हें रायबरेली से कार में बैठाना था. कार में जगह न होने से पीड़िता ने कार में गनर को नहीं बैठाया था. पुलिस के अनुसार सिर्फ Z और Z प्लस कैटेगरी की सुरक्षा में ही वाहन मिलता है.


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पुलिस की ओर से जानकारी दी गई कि एक्सीडेंट का रिक्रिएशन करवाया जा रहा है. मेरी पीड़ित परिवार से रविवार रात बात हुई है. रेप पीड़िता नई दिल्ली में रहती है. 20 जुलाई को पीड़िता उन्नाव आई थी. रायबरेली से फतेहपुर जा रहे ट्रक की उन्नाव के रायबरेली जा रही पीड़िता की कार से टक्कर हुई थी. पीड़िता के इलाज का खर्चा प्रशासन उठा रहा है.


एडीजी लखनऊ जोन ने बताया कि पीड़िता के चाचा जो कि रायबरेली जेल में बंद हैं, उनकी तहरीर पर रायबरेली में मुकदमा दर्ज हो रहा है. पीड़िता के चाचा ने इस एक्सीडेंट की सीबीआई जांच की मांग की है. एक्‍सीडेंट में मरने वाली पुष्पा सिंह रेप मामले की गवाह थीं. पीड़िता भी सीबीआई की गवाह है. सामने से आ रहे ट्रक से पीड़िता की कार की टक्कर हुई थी. फारेंसिक टीम एक्सीडेंट की जांच कर रही है. ट्रक मालिक ने ट्रक का नंबर छिपाया था. उसने ऐसा क्‍यों किया था, इसकी जांच की जा रही है.