Gorakhpur News: गोरखपुर में दो पक्षों में हो रहे विवाद में बचाव करने पहुंचे दरोगा की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. दो महीने पहले हार्ट सर्जरी हुई थी.
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Gorakhpur News: गोरखपुर में एक दरोगा की पीट-पीटकर हत्या हत्या कर दी गई. दरोगा वीरेंद्र यादव लखीमपुर के जिला कारागार में प्रधान बंदी रक्षक के पद पर तैनात थे. परिजनों के अनुसार दो पक्षों में हो रहे विवाद में बचाव करने पहुंचे थे. इसी बीच दरोगा पर लाठी डंडों से हमला कर दिया गया इसके बाद वह जमीन पर गिर गए.
घटना सहजनवां इलाके के भीटी रावत की है. सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरोगा के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की पड़ताल में जुट गई. पुलिस ने इस मामले में हत्या, मारपीट, केस दर्ज कर लिया है. पुलिस का कहना है कि जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल, सहजनवां इलाके के भीटी रावत गांव में दरोगा वीरेंद्र यादव और उनके पड़ोसी सत्यपाल के मकान के बीच में एक जमीन है. यह जमीन विद्यालय की बताई जाती है. लेकिन दोनों ही इसे अपना बताते हैं. एक साल पहले जमीन पर कब्जा करने के नीयत से ही सत्यपाल यादव पक्ष के लोगों ने मिट्टी गिरवा दी थी.
तभी से इस जमीन को लेकर विवाद चल रहा है. बताया गया कि सत्यपाल के घर पर कुछ काम चल रहा. जिसके लिए कुछ मिट्टी की जरूरत थी. इसी वजह से शनिवार को सत्यपाल के घर के लोग चार टोकरी मिट्टी लेने के लिए पहुंचे थे. इसी दौरान दो लोगों में धक्का-मुक्की देख वीरेंद्र भी पहुंचे, तभी वीरेंद्र के पड़ोसी को इसकी जानकारी हो गई और वह मौके पर जाकर मिट्टी ले जाने से मना करने लगे. इसी बात पर दोनों पक्षों के बीच में धक्का-मुक्की होने लगी. जानकारी होने पर घर पर ही मौजूद वीरेंद्र यादव भी पहुंच गए और मिट्टी ले जाने का विरोध करने लगे.
इस पर ही दोनों पक्षों में मारपीट होने लगी. इस दौरान वीरेंद्र बचाव करने लगे. इसका घटनास्थल पर मौजूद एक शख्स ने वीडियो भी बना लिया. इसी बीच एक डंडा लगा और वीरेंद्र यादव जमीन पर गिर गए. शरीर पर गंभीर चोट के निशान तो नहीं है, लेकिन जमीन पर गिरता देखकर आसपास के लोग भी मौके पर पहुंच गए. वीरेंद्र यादव के घरवालें नर्सिंग होम लेकर गए. गंभीर हालत में भर्ती वीरेंद्र की कुछ देर बाद ही मौत हो गई. इसके बाद ही घटना की सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के साथ ही हत्या, मारपीट, का केस दर्ज कर लिया है.
दरोगा वीरेंद्र यादव की तबीयत ठीक नहीं थी. 27 फरवरी को ही उनकी ओपन हार्ट सर्जरी हुई थी. इसी वजह से वह घर पर ही थे. छुट्टी में आए वीरेंद्र यादव शनिवार को घर के बाहर ही टहल रहे थे. इस वजह से थोड़ी ही देर में मौके पर पहुंच गए थे और बीच-बचाव में उनकी जान चली गई. इस संबंध में एसपी नॉर्थ जितेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि दरोगा वीरेंद्र यादव की अभी हाल ही में ओपन हार्ट सर्जरी हुई थी जमीनी विवाद के बाद मौके पर गए थे वहा उनकी सांस फूलने लगी थी. इससे उनकी मौत होना प्रतीत हो रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कोई चोट के निशान नही मिले है. परिजनों के तहरीर पर अभियुक्तों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.