UP के मंत्री की चुनौती पर बहस को आए मनीष सिसोदिया, प्रेस कांफ्रेंस में खाली रखी कुर्सी
मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने शिक्षा व्यवस्था समेत कई विकास कार्यों पर बहस के लिए चुनौती दी थी.जिसके बाद मनीष सिसोदिया ने मंत्री सिद्धार्थनाथ की चुनौती स्वीकार करते हुए कहा था कि वे बहस के लिए तैयार हैं.
लखनऊ: यूपी में विधानसभा चुनाव 2022 के लिए आम आदमी पार्टी ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. आप से राज्यसभा सांसद संजय सिंह के बाद दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसौदिया भी लखनऊ पहुंच चुके हैं. लखनऊ में पार्टी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बेहद दिलचस्प तस्वीरें दिखाई दीं. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने योगी सरकार पर हल्ला बोलते हुए प्रेस कांफ्रेंस के दौरान योगी सरकार के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के लिए एक खाली कुर्सी छोड़ दी. पूरी प्रेस कांफ्रेंस में मनीष सिसौदिया उस कुर्सी की ओर मीडिया का ध्यान दिलाते रहे, जिस पर उन्होंने बाकायदा सिद्धार्थ नाथ सिंह के नाम की पर्ची भी लगा रखी थी.
केजरीवाल मॉडल बनाम योगी मॉडल
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान खुली बहस का बोर्ड भी लगा था. जिस पर लिखा गया - दिल्ली का केजरीवाल मॉडल बनाम योगी का यूपी मॉडल. मनीष सिसोदिया ने इस दौरान योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'योगी जी और सिद्धार्थनाथ सिंह डिबेट से भाग रहे हैं. यूपी के लोगों को केजरीवाल मॉडल चाहिए. यूपी की बड़ी आबादी को भी केजरीवाल मॉडल की सुविधाएं चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार डिबेट से इस लिए भाग रही है, क्योंकि कोई काम नहीं किया है.'
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'बीजेपी के पास फोटोशॉप की दुकान'
मनीष सिसोदिया ने कहा कि जब से आप ने यूपी में चुनाव लड़ने की बात कही है, तब से सिद्धार्थनाथ जी बौखलाए हुए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि फोटोशॉप से पुराने स्कूल और ऑडियो उठाकर सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे हैं. बीजेपी के पास फोटोशॉप की दुकान है.
शिक्षा के मुद्दे पर सरकार को घेरा
दिल्ली के शिक्षा मंत्रालय को संभाल रहे मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के स्कूलों की फिल्में दिखाकर कहा कि-, 'चार साल के मॉडल में दिल्ली के सरकारी स्कूलों के मुकाबले अगर यूपी के 10 स्कूल भी सामने रखे जा सकते हैं तो सिद्धार्थनाथ सिंह आकर बहस करें.' दिल्ली में बच्चों के नतीजे 98 फीसदी हैं. यहां वही 75 पर अटके हैं. यूपी में 4 साल के अंदर प्राइवेट स्कूलों की फीस कई गुना बढ़ गई.
आबादी ज्यादा कहना सिर्फ बहाना
आप के नेताओं ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मंत्री कहते हैं कि यहां आबादी ज्यादा है, ऐसे में टैक्स और संसाधन भी तो ज्यादा हैं. सिसोदिया ने कहा कि यूपी में आबादी ज्यादा होने की वजह से बीमार, छात्र, युवा, गरीब,सब ज्यादा हैं. अगर उनकी सेवा नहीं कर सकते तो फिर ऐसी नौकरी के लिए एप्लाई ही क्यों करना? जनता किसी को बुलाकर जबरन सीएम या मंत्री नहीं बनाती.
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कोरोना पर दिया गोलमोल जवाब
जब सिसोदिया से पत्रकारों ने पूछा कि कोरोना में दिल्ली सरकार फेल रही तो वे यूपी सरकार के ही आंकड़ों पर बात करने लगे. उन्होंने अखबारों की खबरों का हवाला देते हुए कहा कि यूपी में भूतों की जांच हो रही है. अदृश्य लोगों की जांच हो रही है. उनकी जांच हुई जो हैं ही नहीं, ऐसे में यूपी के कोरोना डेटा की क्या ही बात करेंगे? केजरीवाल की सरकार में डेटा ट्रांसपैरेंट है जबकि यूपी सरकार में नहीं.
क्या है पूरा मामला ?
दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने यूपी में चुनाव लड़ने की घोषणा के साथ ही बिजली, पानी, शिक्षा और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर योगी सरकार को घेरा था. इसके पलटवार में मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि मुंगेरीलाल के सपने न देखने की नसीहत आम आदमी पार्टी को दी थी. साथ ही मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने शिक्षा व्यवस्था समेत कई विकास कार्यों पर बहस के लिए चुनौती दी थी.जिसके बाद मनीष सिसोदिया ने मंत्री सिद्धार्थनाथ की चुनौती स्वीकार करते हुए कहा था कि वे बहस के लिए तैयार हैं और 22 दिसंबर को लखनऊ आएंगे. इसी क्रम में वे आज लखनऊ पहुंचे और सिद्धार्थनाथ सिंह को बहस के लिए बुलाया.
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