लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संभल हिंसा पर बड़ा बयान देते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने अपने बयान में कहा कि जिस दिन से संसद सत्र शुरू हुआ है, संभल की घटना का मुद्दा  समाजवादी पार्टी ने उठाने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि सदन नहीं चला, लेकिन अब भी हमारी मांग वही है. हम सदन में संभल की घटना पर अपनी बात रखना चाहते हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि वहां के अधिकारी मनमाने रूप से काम कर रहे हैं, मानो वे बीजेपी के कार्यकर्ता हों. अखिलेश ने आरोप लगाया कि संभल की घटना भाजपा की सोची-समझी रणनीति है जिससे लोगों को दूसरे मुद्दों से भटकाया जाए. अपने तीखे बयान में उन्होंने कहा कि जो लोग हर जगह खुदाई करना चाहते हैं, वे एक दिन देश की सौहाद्र्रता व भाईचारे को खो देंगे.


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अखिलेश यादव का बयान
अखिलेश यादव ने अपने बयान में कहा कि कोर्ट ने दूसरे पक्ष को बिना सुने आदेश दे दिया. कोर्ट के आदेश के 2 घंटे बाद ही सर्वे टीम जामा मस्जिद पहुंच गई. 22 तारीख को नमाजियों को नमाज पढ़ने से रोक दिया गया. लेकिन फिर किसी तरह का प्रदर्शन नहीं हुआ. 29 तारीख को अगली तारीख थी लेकिन 24 तारीख को दोबारा सर्वे की बात कह दी गई और सुबह के वक्त तानाशाही करते हुए सर्वे की टीम को लेकर जामा मस्जिद पहुंच गए. लोगों ने पथराव किया तो उसके ऊपर गोलियां चला दी गईं. पांच लोग जो अपने घरों से सामान लेने के लिए निकले थे उनकी मौत हो गई. पुलिस प्रशासन के लोग जिम्मेदार हैं उनको निलंबित किया जाना चाहिए और हत्या का मुकदमा चलना चाहिए. यह लड़ाई दिल्ली और लखनऊ की है, लखनऊ वाला उस रास्ते से दिल्ली आना चाहता है.


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