Kannoj News: लोकसभा चुनाव का बिगुल अब कभी भी बज सकता है. हर कोई टिकट लेने और चुनाव जीतने के मिशन में लग चुका है. तकरार केवल पक्ष विपक्ष में ही नहीं बल्कि एक ही पार्टी के नेताओं में भी देखी जा रही है.


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कौन हैं आपस में भीड़ने वाले नेता
बीजेपी के दो नेता टिकट के लिए आपस में ही भीड़ गए हैं. जिसमें एक कन्नौज के सांसद सुब्रत पाठक हैं. तो दूसरे पूर्व राज्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता सतीश पाल है.सतीश पाल ने अपने ही पार्टी के सांसद सुब्रत पाठक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.


क्या है पूरा मामला
इन दोनों का 22 फरवरी को एक ऑडियो वायरल हुआ. जिसकी पुष्टी आज सतीश पाल ने कर दी है. सतीश पाल ने वायरल ऑडिओ को सही बताया और कहा कि सांसद सुब्रत पाठक उन्हें कार्यक्रम करने से रोक रहे हैं . उन्हें धमकिया दे रहे हैं, जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में सुब्रत पाठक को जीताने में उन्होंने अहम भूमिका निभायी थी. 


तकरार की क्या है वजह
दरअसल बीजेपी नेता सतीश पाल कन्नौज लोकसभा क्षेत्र मे सक्रिय हैं और कन्नौज लोकसभा से टिकट कि दावेदारी पेश कर रहे हैं, जो सुब्रत पाठक को नागवार गुज़र रही है.  सांसद सुब्रत पाठक वर्चस्व और पावर के दम पर बीजेपी नेता सतीश पाल को टिकट के लिए दावेदारी करने से रोकना चाहते हैं. ये आरोप सतीश पाल ने सांसद सुब्रत पाठक पर लगाए हैं .  जाहिर है कि एक म्यान में 2 तलवारें नहीं रह सकती हैं. 


भाजपा को नुकसान होना तय
अब कन्नौज लोकसभा से टिकट दोनों में से किसी को भी मिले लेकिन नुकसान सिर्फ भारतीय जनता पार्टी को ही होगा. राजनीति में कोई अपना पराया नहीं होता,यहां समय समय पर अपना कौन है और पराया कौन है, यह बदलता रहता है.


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