UP Politics/राकेश रंजन: यूपी की राजधानी लखनऊ में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता जुगल किशोर ने सेना में आरक्षण का मुद्दा उठाया है. लखनऊ में भाजपा प्रवक्ता ने दलितों के लिए सेना में एक अलग रेजिमेंट की मांग की है. इस दौरान जुगल किशोर आर्मी में आरक्षण लागू करने के पक्ष में बोलते दिखाई दिए. उन्होंने बोला कि जब सेना में जाट रेजिमेंट हो सकती है, तो दलित रेजिमेंट क्यों नहीं हो सकती है. हालांकि, जुगल किशोर ने इसे अपनी व्यक्तिगत राय बताया.


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अग्निवीर आरक्षण 
हालांकि कई राज्यों ने अग्निवीर योजना से रिटायर होकर आने वाले जवानों के लिए अपनी राज्य सरकार की नौकरियों में 10 फीसदी आरक्षण देने की योजना तैयार की है. यह योजना हरियाणा के बाद अब सीएम धामी की सरकार ने उत्तराखंड में लागू करने का ऐलान किया है. 


नेमप्लेट मामले पर बोले
सेना में आरक्षण के मुद्दे के बाद कांवड़ रूट पर दुकानों और रोहड़ी वालों को नाम लिखने के सरकारी निर्देश पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता बोले कि मुझे यह लिखने में जरा भी संकोच नहीं कि मैं जुगुल किशोर दलित हूं. सभी को अपनी जाति लिखना चाहिए, इसमें हर्ज क्या है?


सुप्रीम कोर्ट ने नेमप्लेट पर लगाई रोक
हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने कांवड़ यात्रा में नेमप्लेट लिखने के मामले में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और उत्तराखंड की धामी सरकार को बड़ा झटका देते हुए कांवड़ रूट पर पड़ने वाली दुकानों पर दुकानदारों के नाम लिखने के निर्देश के अमल पर अंतरिम रोक लगा दी है. अदालत ने यूपी, एमपी और उत्तराखंड की सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. इस मामले की अगली सुनवाई 26 जुलाई को होगी.


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