Budget 2024: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को दही-शक्कर खिलाकर संसद के लिए विदा किया. यहां आगे जानें क्यों किसी भी शुभ काम से पहले खिलाया जाता है दही शक्कर?....
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Budget 2024 Live Updates in Hindi: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करने से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पास पहुंची. बजट पेश करने से पहले राष्ट्रपति की मंजूरी लेनी होती है. बजट को मंजूर करने के बाद राष्ट्रपति ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को दही शक्कर खिलाकर विदा किया. वित्त मंत्री एक बार फिर हमेशा की तरह ट्रेडिशनल "बहि -खाता" स्टाइल लाल थैली में लिपटा एक डिजिटल टैबलेट लेकर संसद भवन में पहुंची. निर्मला सीतारमण पिछले 3 साल की तरह इस बार भी पेपरलैस अंतरिम बजट 2024-25 पेश करेंगी.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का निर्मला सीतारमण को दही शक्कर खिलाना चर्चा का विषय बन गया है. सनातन धर्म में दही शक्कर खिलान एक महत्वपूर्ण परंपरा है. अनेक धार्मिक, समाजिक और सभी शुभ कामों पर निकलने से पहले घर पर दही शक्कर खिलाया जाता है. इसे पूजा और आदर्शता का प्रतीक के साथ समृद्धि और आनंद का प्रतीक माना जाता है.
जानें क्या है धार्मिक आधार
ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है और सफेद वस्तुओं चीनी एवं दही दूध आदि को चंद्र की चीजें माना जाता है. ऐसे में मानना है कि जब व्यक्ति किसी महत्वपूर्ण कार्य के लिए जाते समय यदि दही चीनी खाकर जाता है तो कार्य करते समय उसका मन एकाग्र रहता है. इसलिए माना जाता है कि यदि घर से दही चीनी खाकर जाया जाए तो कार्यों में सफलता प्राप्त होती है.
वैज्ञानिक आधार
दही में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन B6 और विटामिन B12 जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं जिससे कोई भी काम करते हुए शरीर में ऊर्जा बनी रहती है. दही में चीनी मिलाने से वह ग्लूकोज का एक काम करता है जिससे तुरंत ऊर्जा मिलती है. घर से निकलते वक्त इसलिए भी दही खाने की सलाह दी जाती है, ताकि व्यक्ति अपच, एसिडिटी जैसी समस्याओं से बचा रहे और काम पर पूरा ध्यान लगा सके.
इस प्रकार, दही और शक्कर को साथ में खिलाने से हमें कई शुभ लाभ प्राप्त होते हैं और हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद मिलती है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. ZEE NEWS किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.