Kisan Protest: किसान आंदोलन को ताकत से दबाने की कोशिश न करे केंद्र, मायावती ने दी नसीहत
Mayawati on Kisan Andolan: बसपा प्रमुख मायावती ने किसान किसान आंदोलन पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर केंद्र सरकार को किसानों की मांगों को गंभारता से लेने की सलाह दी है.
Mayawati on Kisan Andolan: किसान मांगों को लेकर एक बार फिर सड़कों पर उतर चुके हैं. बसपा प्रमुख मायावती ने किसान आंदोलन को लेकर प्रतिक्रिया दी है. बसपा सुप्रीमो ने सरकार को किसानों की मांगों को गंभारता से लेने की सलाह दी है. साथ ही कहा कि केंद्र सरकार किसानों पर सख्ती के बजाय उनके आंदोलन को समाप्त करने का प्रयास करे.
मायवाती ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर लिखा, ''अपने भारत को अन्न के मामले में आत्मनिर्भर बनाने वाले मेहनतकश किसानों की जो मांगें हैं, सरकार उन्हें गंभीरता से ले और उन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करके उनका समय से समुचित समाधान करे. ताकि अन्नदाता किसानों को अपनी मांगों के समर्थन में बार-बार आन्दोलन के लिए मजबूर न होना पड़े.''
उन्होंने आगे लिखा, ''इस संबंध में 'दिल्ली चलो' के वर्तमान अभियान के तहत् आंदोलित किसानों पर सख्ती करने के बजाय केंद्र सरकार उनसे सही वार्ता करके उनके आन्दोलन को समाप्त करने का प्रयास करे तो बेहतर तथा इनका शोषण करना भी ठीक नहीं.''
बता दें कि कई राज्यों के किसान विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली कूच कर रहे हैं. 16 फरवरी को भारत बंद का ऐलान किया गया है, साथ ही मांगों के पूरा न होने पर दिल्ली सहित देश के अन्य जगहों पर राजमार्गों को बंद करने की तैयारी है. किसान आंदोलन ने एक बार फिर केंद्र सरकार के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं. किसानों की प्रमुख मांगों में न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर कानून, किसानों की संपूर्ण कर्ज माफी सहित 12 प्रमुख मांगें हैं. इसके चलते यूपी, पंजाब-हरियाणा से किसानों के जत्थे दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं.
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