अवध ओझा ही नहीं, राजनीति से पहले ये नेता भी थे टीचर, एक तो 4 बार रहे मुख्यमंत्री
यूपीएससी की कोचिंग देने वाले और मोटिवेशनल स्पीकर अवध ओझा ने आम आदमी पार्टी का दामन थामा है. उनकी राजनीति में इंट्री पर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हुई. ओझा से पहले भी कई ऐसे नेता रह चुके हैं. जिन्होंने टीचर का प्रोफेशन छोड़कर सियासत में कदम रखा था.
अवध ओझा
अवध ओझा यूपी के गोंडा के रहने वाले हैं. वह मोटिवेशनल स्पीकर के साथ ही यूपीएससी की कोचिंग देते थे. बीते सोमवार को उन्होंने आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली. आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने उनको पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई.
राजनाथ सिंह
केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का नाम दिग्गज नेताओं में शुमार है. वह भी राजनेता बनने से पहले शिक्षक थे. यूपी के मिर्जापुर में केबी पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में वह फिजिक्स के लेक्चरर रहे. सिंह यूपी के मुख्यमंत्री के साथ बीजेपी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
रामगोपाल यादव
मुलायम सिंह यादव के भाई और राज्सभा सांसद रामगोपाल यादव राजनीति में आने से पहले प्रोफेसर थे. वह इटावा के केके पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में पहले फिजिक्स और राजनीति विज्ञान के लेक्चरर रहे.
कल्याण सिंह
यूपी के मुख्यमंत्री और दिवंगत बीजेपी नेता कल्याण सिंह भी सियासी पारी शुरू करने से पहले शिक्षक थे. वह रायपुर मुजफ्फता स्थित केसीए इंटर कॉलेज में टीचर थे. संघ से जुड़ने के बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी और राजनीति में सक्रिय होते चले गए.
मायावती
इस लिस्ट में बसपा सुप्रीमो मायावती का नाम भी शामिल है. वह राजनीति में आने से पहले टीचर रह चुकी हैं. वह दिल्ली के झुग्गी एरिया (जेजे कॉलोनी) के स्कूल में टीचर थीं. कांशीराम के कहने पर राजनीति में कदम रखा. वह यूपी की चार बार सीएम रह चुकी हैं.
मुलायम सिंह यादव
मुलायम सिंह यादव को 'नेताजी' के नाम से जाना जाता है. पहलवानी के शौकीन नेताजी शिक्षक भी रहे. राजनीति में इंट्री से पहले वह करहल में लेक्चरर रहे. वह यूपी के तीन बार मुख्यमंत्री रहे.
कुमार विश्वास
मशहूर कवि कुमार विश्वास गाजियाबाद के लाला लाजपत राय कॉलेज में हिंदी के प्रोफेसर रह चुके हैं. राजनीति में आने के बाद उन्होंने प्रोफेसर पद से इस्तीफा दे दिया था. राजनीति से मोहभंग के बाद कुमार विश्वास फिर साहित्य रचना के क्षेत्र में लौट गए हैं.
मुरली मनोहर जोशी
बीजेपी के दिग्गज नेता मुरली मनोहर जोशी भी शिक्षक से सियासत में आए थे. वह इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के बाद यहां प्रोफेसर भी रहे. बीजेपी के बड़े नेताओं में उनका नाम पहली पंक्ति में आता है.
गुलाब देवी
योगी सरकार में गुलाब देवी माध्यमिक शिक्षामंत्री हैं. वह चंदौसी के कन्या इंटर कॉलेज में पॉलिटिकल साइंस पढ़ाती थीं. बाद में उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली.
निशंक
रमेश पोखरियाल "निशंक" उत्तराखंड के 2009-2011 तक मुख्यमंत्री रह चुके हैं. राजनीति में आने से पहले रमेश पोखरियाल 1982-83 में टीचर की नौकरी किया करते थे. उत्तरकाशी के सरस्वती शिशु मंदिर में वह आचार्य थे.