RPN Singh Profile: यूपी से बीजेपी के जिन 8 उम्मीदवारों को जीत मिली है, उनमें आरपीएन सिंह का नाम भी शामिल है. उनको कुल 37 वोट मिले. आइए जानते हैं यूपी से राज्यसभा जाने वाले आरपीएन सिंह का अब तक का सियासी सफर कैसा रहा है.
कुंवर रतनजीत प्रताप नारायण सिंह, इस नाम से भले ज्यादा लोग वाकिफ न हों लेकिन आरपीएन सिंह नाम से वह प्रसिद्ध हुए. पडरौना रियासत से संबंध रखने की वजह से उनको पडरौना का राजा साहेब भी कहा जाता है. उनका जन्म 25 अप्रैल 1964 को दिल्ली में हुआ था.
आरपीएन सिंह करीब चार दशक से राजनीत में सक्रिय हैं. वह 3 बार विधायक और एक बार सांसद रह चुके हैं. इसके साथ ही केंद्र सरकार में मंत्री भी रहे.
आरपीएन सिंह ने अपने सियासी सफर का आगाज कांग्रेस से किया. वह यूपी यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष के साथ झारखंड में कांग्रेस के प्रभारी भी रहे.
साल 1996 में आरपीएन सिंह पहली बार कांग्रेस के टिकट पर पडरौना विधानसभा से विधायक रहे. इसके बाद यहां से वह 2002 और 2007 में जीत की हैट्रिक लगाकर विधानसभा पहुंचे.
आरपीएन सिंह ने पहला लोकसभा चुनाव 1996 में लड़ा था लेकिन उनका हार का सामना करना पड़ा, बीजेपी के रामनगीना मिश्रा ने उनको शिकस्त दी थी. इसके बाद 2009 में उन्होंने पहली बार चुनाव जीता था. यूपीए सरकार में उनको पेट्रोलियम, राजमार्ग और भूतल परिवहन मंत्री बनाया गया था.
आरपीएन सिंह लोकसभा केवल एक बार ही पहुंच सके. 2009 के बाद अगले चुनाव में उनको 2014 और 2019 में लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था.
जनवरी 2022 में आरपीएन सिंह कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी के साथ चले गए. भाजपा की ओर से उनको बड़ा इनाम मिला है, और वह राज्यसभा पहुंचे हैं.
आरपीएन के पिता कुंवर सीपीएन सिंह कुशीनगर से सांसद रह चुके हैं. इसके अलावा वह 1980 में इंदिरा गांधी कैबिनेट में रक्षा राज्यमंत्री भी रहे.
आरपीएन सिंह साल 2002 में शादी के बंधन में बंधे. उन्होंने पत्रकार सोनिया सिंह से शादी की. उनकी तीन बेटियां हैं.