Rajnath Singh Birthday Special: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का 10 जुलाई यानी आज जन्मदिन है. वह 73 साल के हो गए हैं. सियासत में करीब 5 दशक का अनुभव रखने वाले राजनाथ सिंह को उनके स्वभाव और व्यक्तित्व के चलते अजातशत्रु कहा जाता है. राजनाथ के सियासत के दिग्गजों में गिनती को लेकर बहुत पहले ही एक नेता ने भविष्यवाणी कर दी थी.


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5 दशक का सियासी अनुभव
राजनाथ सिंह राजनीति में करीब 50 साल से सक्रिय हैं. वह विधायक, यूपी के मुख्यमंत्री और बीजेपी अध्यक्ष से लेकर लोकसभा-राज्यसभा सांसद से लेकर कई सरकारों में मंत्री रहे. मोदी सरकार 3.0 में भी वह रक्षामंत्री बने हैं. महज 13 साल की उम्र में वह संघ से जुड़ गए थे. इसके बाद आरएसएस में कई पदों पर काम किया. 1975 में वह 24 साल की उम्र में मिर्जापुर में जनसंघ के जिलाध्यक्ष बन गए.


सच हुई भविष्यवाणी
राजनाथ सिंह के 'बड़े नेता' बनने को लेकर एक सियासी किस्सा खूब प्रचलित है. वाकया है साल 1976 का जब देश में इमरजेंसी लगी थी. राजनाथ सिंह भी जेल में थे, जहां उनके साथ आरएसएस के बडे़ नेता राम प्रकाश गुप्त भी थे. उन्होंने एक दिन राजनाथ सिंह के हाथ की लकीरें देखकर कहा कि एक दिन तुम बहुत बड़े नेता बनोगे. जब उन्होंने सवाल किया कि कितने बड़े नेता तो गुप्त ने जवाब दिया सीएम जितने बड़ा. 


यूपी के बने सीएम
राम प्रकाश गुप्त की भविष्यवाणी सच साबित हुई. किस्मत या नियति का खेल देखिए जिन राम प्रकाश गुप्त ने यह भविष्यवाणी की थी, साल 2000 में उनको ही यूपी के मुख्यमंत्री से हटाकर राजनाथ सिंह को सीएम की कुर्सी सौंपी गई थी. वह दो साल यूपी के मुख्यमंत्री रहे. 


चंदौली में जन्म
राजनाथ सिंह का जन्म चंदौली जिले की चकिया तहसील के बभौरा में हुआ था. उनका परिवार कृषि से जुड़ा हुआ था. प्राथमिक शिक्षा गांव से ही हासिल की. इसके बाद गोरखपुर यूनिवर्सिटी से फिजिक्स में मास्टर डिग्री ली. वह मिर्जापुर के कॉलेज में फिजिक्स के लेक्चरर रह चुके हैं. उनके बेटे पंकज सिंह नोएडा से विधायक हैं और यूपी बीजेपी के उपाध्यक्ष हैं. 


सियासत में इंट्री
राजनाथ सिंह जय प्रकाश नारायण से प्रभावित थे. 1977 में मिर्जापुर से उन्होंने जनता पार्टी से पहला चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. इसके बाद 1980 में बीजेपी में आ गए. वह मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में देश के गृहमंत्री भी रह चुके हैं.  2009 में वह गाजियाबाद, 2014, 2019 और 2024 में लखनऊ से लोकसभा सांसद बने. 1994 से 2001 और 2002 से 2008 तक राज्यसभा सांसद रहे. 


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