राज्यसभा चुनाव के पहले सपा खेमे में बड़ी बगावत!, छह विधायक अखिलेश के डिनर में नहीं पहुंचे
Rajya Sabha Chunav 2024 in UP: यूपी में राज्यसभा चुनाव के लिए जोड़तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है. वोटों का गणित कुछ ऐसा बन रहा है कि एक-एक वोट की कीमत हो गई है. ऐसे में दो बाहुबली विधायक राजा भैया भी महत्वपूर्ण हो गए हैं. उनकी जनसत्ता पार्टी के पास दो वोट हैं. दोनों ही वोटों को पाने के लिए बीजेपी और सपा लगे हुए हैं.
Rajya Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के ठीक पहले सपा खेमे में बगावत देखने को मिली है. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने विधायकों की एकजुटता के लिए सोमवार शाम को डिनर पार्टी बुलाई थी, लेकिन छह विधायक इससे नदारद रहे. खबरों के मुताबिक, अमेठी विधायक महाराजी देवी, अपना दल कमेरावादी की पल्लवी पटेल, कालपी विधायक विनोद चतुर्वेदी, कौशांबी विधायक पूजा पाल समाजवादी पार्टी की इस अहम बैठक में नहीं पहुंचीं. वहीं अंबेडकर नगर से बसपा सांसद रितेश पांडेय बीजेपी में शामिल हो गए हैं. ऐसे में उनके पिता और सपा विधायक राकेश पांडेय किसे वोट देंगे ये संदेह बना हुआ है.
दरअसल, उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए 11 उम्मीदवार मैदान में हैं. बीजेपी ने आठ तो सपा ने तीन उम्मीदवार उतारे हैं. ऐसे में राज्यसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में मंगलवार को मतदान से पहले आठवीं सीट को लेकर असमंजस अभी भी कायम है. ऐसे में एक-एक वोट का जुगाड़ करने के लिए बीजेपी और सपा आखिरी वक्त तक जुटे हैं. बीजेपी को जहां आठ अतिरिक्त वोटों की दरकार है, वहीं सपा को तीन से चार विधायकों के अतिरिक्त वोट मिलने से ही तीसरी सीट जीत मिलना तय है.
आठवीं सीट की बात करें तो सपा के पास प्रथम वरीयता के 34 विधायकों के वोट हैं.बीजेपी के पास प्रथम वरीयता के 29 विधायकों के वोट हैं. क्रॉस वोटिंग के बिना बीजेपी प्रत्याशी की जीत आसान नहीं है.कई विधायकों की गैरहाजिरी से समाजवादी खेमे में हड़कंप है. यूपी में राज्यसभा के लिए विधायकों की मंगलवार को वोटिंग है. 396 विधायकों के वोट के आधार पर 10 प्रत्याशी चुने जाने हैं.
दोनों ही पक्षों ने रात्रिभोज में अपना शक्ति प्रदर्शन कर विधायकों की खेमेबंदी मजबूत करने का प्रयास किया. बीजेपी की ओर से सीएम आवास पर डिनर बुलाया गया था. इसमें पार्टी और उसके सहयोगी दलों के अलावा निर्दलीयों को न्योता भेजा गया था. जबकि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भी मुख्यालय पर विधायकों को बुलाया था.
शनिवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव जनसत्ता पार्टी के नेता राजा भैया से मिलने पहुंचे थे. इससे पहले राजा भैया से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने भी मुलाकात की. राजा भैया के दो वोट मिलने पर सपा को केवल एक विधायक की जरूरत थी. लेकिन ओम प्रकाश राजभर से मुलाकात के बाद राजा भैया ने बीजेपी को समर्थन का ऐलान कर दिया.
सीएम योगी विधायकों के साथ लंच और डिनर
सोमवार को रात 8 बजे सीएम योगी ने सभी एनडीए के सहयोगी और रालोद के विधायकों को अपने आवास पर डिनर चला. बैठक के बाद सीएम विधायकों के साथ लंच करने का भी कार्यक्रम था.
अखिलेश की भी डिनर पार्टी
अखिलेश यादव ने भी सभी विधायकों को डिनर पर बुलाया था. डिनर पार्टी पार्टी सपा ऑफिस में ही थी. डिनर में रामगोपाल यादव,शिवपाल यादव,डिंपल यादव और राज्यसभा चुनाव के तीनों उम्मीदवार और पार्टी पदाधिकारी भी मौजूद रहे. लेकिन कई विधायक गायब होने से बेचैनी बढ़ गई.
ओपी राजभर का दावा
राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पर भी निगाहें टिकी हुईं हैं.ओम प्रकाश राजभर ने जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के नेता और कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया को लेकर बड़ा दावा किया है. राजभर ने दावा किया कि राजा भैया, भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए के प्रत्याशी को वोट करेंगे.पूर्व कैबिनेट मंत्री ने यह भी दावा किया कि उनकी राजा भैया से मुलाकात हुई है.
27 फरवरी को मतदान
उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए 27 फरवरी को मतदान होना है. राज्यसभा चुनाव में 399 मतदाता हैं. इनमें से 3 मतदाता फिलहाल जेल में बंद हैं. ऐसे में 396 मतदाता वोट करेंगे. मतदान सुबह 9 से शाम 4 बजे तक होगा. मतपत्र पर 11 प्रत्याशियों के नाम होंगे. मतदाता को निर्वाचन आयोग के विशेष पेन से प्रत्याशी के नाम के आगे संख्या लिखनी होगी.
बीजेपी गठबंधन के पास इतने विधायक
सत्तारूढ़ भाजपा गठबंधन के पास कुल (भाजपा: 252, अपना दल (एस): 13, निषाद पार्टी: 6, सुभासपा : 6) 277 विधायक हैं. इनमें सुभासपा के एक विधायक अब्बास अंसारी जेल में हैं. भाजपा को उनका वोट मिलने की संभावना वैसे भी नहीं है. जनसत्ता दल के दोनों विधायक भी भाजपा के पाले में रह सकते हैं. लिहाजा, भाजपा के पास आसानी से 278 वोट हो रहे हैं. इससे उसकी 7 सीटें तय हैं. 10 वोट अतिरिक्त भी बच रहे हैं. रालोद के भी 9 विधायक अब भाजपा की तरफ ही वोट करेंगे. 399 में 11 से भाग देने और एक जोड़ने के बाद 37.27 यानी एक सीट पर 38 वोट आ रहे हैं.
सपा के पास इतने विधायक
सपा के पास इस समय 108 विधायक खुद के और दो कांग्रेस के हैं जो साथ खड़े हुए दिखाई पड़ते हैं. लेकिन दो विधायक वोट नही कर पाएंगे. इसके अलावा विधायक राकेश पांडेय भी सपा की जगह अब भाजपा को ही वोट करेंगे इसके पूरे आसार हैं. बसपा का एक वोट भी बहुत अहमियत रखता है.
ऐसे लिखना है नंबर
उदाहरण के तौर पर यदि भाजपा के किसी विधायक को पार्टी प्रत्याशी सुधांशु त्रिवेदी को वोट करना है तो उनके नाम के आगे पैन से 1 लिखना होगा. किसी विधायक को सुधांश त्रिवेदी को पहले और संजय सेठ को दूसरे नंबर पर वरीयता में मत देना है तो त्रिवेदी के नाम के आगे 1 और संजय सेठ के नाम के आगे 2 लिखना होगा.
इस तरह हो जाएगा खारिज
सभी विधायकों को निर्वाचन विभाग के खास पेन से ही मतदान करना होगा. यदि किसी मतदाता ने अपने पेन से संख्या लिखी तो मत खारिज हो जाएगा. आयोग की ओर से मतदान के लिए विशेष पेन बनाए गए हैं.
प्रत्येक बूथ के लिए मतदान टीम के साथ बीजेपी और सपा के पोलिंग एजेंट भी मौजूद रहेंगे. प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने रविवार को विधानभन पहुंचकर मतदान की तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने मतदान के दौरान आचार संहिता का पालन कराने और शांति व्यवस्था के लिए पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश दिए है.
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