Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने यूपी की सभी 80 सीटों को जीतने का लक्ष्य तय किया है. चर्चा है कि कई सांसदों और मंत्रियों का टिकट आगामी चुनाव में कट सकता है, इनकी जगह नए चेहरे दिखाई दे सकते हैं.
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Lok Sabha Chunav 2024: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सत्ता पर काबिज बीजेपी तैयारियों में जुटी हुई है. भाजपा की निगाहें एक तरफ दूसरे दलों के मजबूत नेताओं को पाले में लाने की हैं. वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी उम्मीदवारों को लेकर भी मंथन कर रही है. बीजेपी ने यूपी की सभी 80 सीटों पर परचम लहराने का लक्ष्य रखा है. ऐसे में सियासी गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी मौजूदा सांसदों के टिकट काटकर नए चेहरों को मैदान में उतार सकती है.
यूपी की सभी 80 सीट जीतने का लक्ष्य
मिशन 80 में जुटी बीजेपी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कोई कोताही नहीं बरतना चाहती है. पार्टी का फोकस उन 14 सीटों पर हैं, जहां 2019 में हार का सामना करना पड़ा था. इसके अलावा कई सिटिंग एमपी का टिकट कटने की संभावना है. जातीय समीकरणों को ध्यान में रखकर नए चेहरों को मैदान में उतारा जा सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कई सांसदों को इस बार टिकट मिलने पर सस्पेंस है. कई सांसदों के टिकट कट सकते हैं.
कई सांसदों और मंत्रियों का कट सकता है टिकट
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने सर्वे और परफॉर्मेंस के आधार पर कई मौजूदा सांसदों और मंत्रियों का टिकट कट सकता है. इनकी जगह नए उम्मीदवारों पर बीजपी दांव लगाएगी. कुछ मौजूदा विधायकों की किस्मत चमक सकती है. दूसरे दलों के भी दमदार नेताओं को पार्टी टिकट दे सकती है. हाल ही में गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ यूपी चुनाव को लेकर बैठक भी कर चुके हैं.
इन सांसदों का कट सकता है टिकट
सूत्रों के मुताबिक जिन सांसदों का आगामी लोकसभा चुनाव में टिकट कट सकता है, उनमें रीता बहुगुणा जोशी, सत्यदेव पचौरी, देवेंद्र सिंह फूले, लल्लू सिंह, कौशल किशोर, संतोष गंगवार, रमापति त्रिपाठी, वरुण गांधी, राजेंद्र अग्रवाल, सत्यपाल सिंह, संगमलाल गुप्ता, बीएल वर्मा का भी टिकट कट सकता है. इसके अलावा मेनका गांधी, हेमा मालिनी और अजय मिश्र टेनी को टिकट मिलना भी अभी तय नहीं है. इसके अलावा भी यूपी के एक दो वरिष्ठ सांसदों के टिकट पर संशय बरकरार है. कहा जा रहा है कि पार्टी सिर्फ जीतने वाले उम्मीदवारों को टिकट देगी.
इसके अलावा सहारनपुर में राघव लखनपाल, बिजनौर से कुंवर भारतेंद्र सिंह, नगीना से यशवंत सिंह, मुरादाबाद से कुंवर सर्वेश कुमार की जगह नए चेहरे को मौका मिल सकता है. वहीं, संभल से परमेश्वर लाल सैनी, अमरोहा से कंवर सिंह तंवर, मैनपुरी से प्रेम सिंह शाक्य, रायबरेली से दिनेश प्रताप सिंह, अंबेडकर नगर से मुकुट बिहारी वर्मा के टिकट पर भी सस्पेंस है. श्रावस्ती से दद्दन मिश्रा, लालगंज से नीलम सोनकर, घोसी से हरिनारायण राजभर की जगह नया चेहरा पार्टी उतार सकती है.
2019 में बीजेपी ने जीती थीं 62 सीटें
बीजेपी ने 2019 में कुल 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि दो सीटें उसकी सहयोगी अपना दल (एस) के खाते में गई थीं. भाजपा को करीब 50 फीसदी वोट मिले जबकि उसका सहयोगी अपना दल (एस) भी 1.21 फीसदी वोट पाने में कामयाब हुआ. वहीं, बसपा के खाते में 10 सीटें गई थीं जबकि सपा को 5 और कांग्रेस महज 1 सीट ही जीत पाई. इसके बाद उपचुनाव में रामपुर और आजमगढ़ भी बीजेपी ने जीत ली. यानी कुल 14 ऐसी सीटें हैं जहां बीजेपी को हार मिली है. इनमें घोसी, गाजीपुर, जौनपुर, मैनपुरी, रायबरेली, श्रावस्ती, अंबेडकर नगर, लालगंज, अमरोहा, संभल, मुरादाबाद, नगीना, सहारनपुर, बिजनौर लोकसभा सीट शामिल हैं.
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