House Renting Tips: कई बार लोग किरायेदार के बारे में बिना जाने अपना घर उन्‍हें रेंट पर दे देते हैं. बाद में किरायेदार बिना रेंट दिए फरार हो जाता है. कई बार तो नौबत झगड़े तक आ जाती है. ऐसे में अगर आप उत्‍तर प्रदेश के निवासी हैं और अपना घर रेंट यानी किराये पर देना चाह रहे हैं तो आपको कुछ जरूरी काम कर लेने चाहिए, ताकि बाद में आपको भी दिक्‍कत का सामना न करना पड़े. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

किराये पर घर देते समय रखें ये सावधानियां 
अपना घर किराये पर देने से पहले किरायेदार का नाम, पता, बैकग्राउंड और क्रिमिनल रिकॉर्ड पता कर लेना चाहिए. किरायेदार के परिवार के आधार कार्ड की कॉपी थाने में जाकर जानकारी दे दें कि यह परिवार हमारे यहां किराये पर रह रहा है. वहीं, अगर आप छात्रों को किराये पर कमरा दे रहे हैं, तो उनकी जांच पड़ताल कर लेनी चाहिए. साथ ही किरायेदार का पुलिस वेरिफिकेशन भी करवाना लेना चाहिए. पुलिस वेरिफिकेशन न करवाने पर आपसे जुर्माना भी वसूला जा सकता है. 


रेंट एग्रीमेंट जरूर करा लें 
किरायेदार के साथ एक लिखित एग्रीमेंट भी बनवा लें. इसमें दोनों पक्षों के हितों की रक्षा के लिए नियम और शर्तें शामिल हों. जैसे कि मकान में कोई नुकसान होने पर किरायेदार जिम्मेदार होगा, किराया कितने दिनों बाद बढ़ाया जाएगा और बिजली के मीटर अलग रखे जाएंगे. एग्रीमेंट में टर्मिनेशन क्लॉज भी शामिल करें, जिसमें नोटिस पीरियड और समय पूरा होने पर खत्म होने की शर्तें बताई जाएं. इसकी एक कॉपी अपने पास रख लें और मूल कॉपी मालिक के पास रख दें. 


सिक्योरिटी डिपॉजिट 
किराये पर घर देने से पहले सिक्योरिटी डिपॉजिट की राशि तय कर लें. यह राशि आमतौर पर एक से तीन महीने के किराये के बराबर होती है. इसे किरायेदारी के अंत में वापस किया जाता है. बशर्ते कि घर को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया हो.  सिक्योरिटी डिपॉजिट किरायेदार द्वारा घर को किसी भी प्रकार की क्षति से बचाने के लिए एक प्रकार की गारंटी होती है. हर मकान मालिक को घर किराये पर देने से पहले सिक्‍योरिटी के तौर पर रेंट रख लेना चाहिए. 


 



यह भी पढ़ें : परिवार के मुखिया की मृत्यु पर यूपी सरकार देती है 30 हजार रुपये, अभी ऐसे करें आवेदन


यह भी पढ़ें : कन्या विवाह पर 20 हजार देगी यूपी सरकार, जानें पात्रता और आवेदन की पूरी प्रक्रिया