Indian Railways : ट्रेनों की लेटलतीफी से बचने के लिए भारतीय रेलवे नए कदम उठा रहा है. रेलवे वंदे भारत जैसी नई ट्रेनें चला रहा है. हालांकि, इन नई ट्रेनों की गति कहीं न कहीं रेलवे क्रॉसिंग की वजह से धीमी पड़ रही है. रेलवे ने इसका भी तोड़ निकाल लिया है. रेलवे अब क्रॉसिंग की जगह अंडरपास का निर्माण करेगा. कई जगहों पर निर्माण कार्य चल रहा है तो कई जगहों पर शुरू होने वाला है. यूपी के बरेली, फर्रुखाबाद और मथुरा समेत तमाम रेलवे स्‍टेशनों पर पड़ने वाली क्रॉसिंग भी बंद होंगी. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रेलवे की ये है योजना 
भारतीय रेलवे के मुताबिक, ट्रेनों की स्‍पीड बढ़ाने के उद्देश्‍य से 2025 तक इज्‍जतनगर रेल मंडल करीब 38 रेलवे क्रॉसिंग को बंद करने जा रहा है. भारतीय रेलवे इन क्रॉसिंगों को बंद कर अंडरपास का निर्माण करेगा, ताकि ट्रेनों की गति पर कोई असर न पड़े. 


इन क्रॉसिंगों पर अंडरपास का काम शुरू 
भारतीय रेलवे के मुताबिक, इन 38 क्रॉसिंग में से 20 पर काम शुरू भी कर दिया गया है. वहीं, 8 रेलवे क्रॉसिंग पर अंडरपास का निर्माण कार्य फरवरी या मार्च तक शुरू कर दिए जाएंगे. बाकी बचे 10 रेलवे क्रॉसिंगों की सर्वे रिपोर्ट तैयार की जा रही है. 


रेलवे ये क्रॉसिंग बंद करेगा 
भारतीय रेलवे के मुताबिक, इन रेलवे क्रॉसिंग पर हर महीने करीब 3 लाख रुपये का खर्च आता है. भारतीय रेलवे का कहना है कि वंदे भारत जैसी हाई स्‍पीड ट्रेनों के लिए ट्रेक को सुरक्षित और संरक्षित किया जा रहा है. इज्‍जतनगर मंडल के बदायूं, बरेली, भोजीपुरा, बहेड़ी, किच्‍छा, लालकुआं, मथुरा, फर्रुखाबाद आदि सेक्‍शन में 38 क्रॉसिंग है. 


एक अंडरपास बनाने में कितना आएगा खर्च 
इन क्रॉसिंगों को बंद किया जाएगा. एक अनुमान के मुताबिक, एक क्रॉसिंग पर करीब 1.25 से 2.25 करोड़ की लागत से अंडरपास बनेगा. करीब 87 करोड़ रुपये का बजट अंडरपास निर्माण कार्य के लिए खर्च होगा. बताया गया कि साल 2024 से 2025 तक बरेली सिटी शमशान भूमि क्रॉसिंग समेत 38 क्रॉसिंग पर अंडरपास बनाने की योजना है.