भारतीय रेलवे जल्द एक सुपर एप लॉन्च करने जा रहा है जिसमें टिकट बुकिंग, खाने की बुकिंग आदि के अलावा ट्रेन की लोकेशन के अलावा थोक आइटम बुकिंग, पार्सल बुकिंग आदि की भी सुविधा मौजूद होगी.
भारतीय रेलवे जल्द ही एक ऑल-इन-वन सुपर एप लॉन्च करने की तैयारी में है, जो टिकट बुकिंग, ट्रेन ट्रैकिंग, प्लेटफॉर्म टिकट, और खाने की ऑर्डरिंग जैसी कई सुविधाओं को एक ही प्लेटफॉर्म पर लाएगा. सेंटर फॉर रेलवे इंफॉर्मेशन सिस्टम (सीआरआईएस) द्वारा विकसित इस एप को आईआरसीटीसी के साथ जोड़कर यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान की जाएंगी.
दिसंबर 2024 के अंत या जनवरी 2025 तक लॉन्च होने वाले इस सुपर एप में यात्री अपनी जरूरत के हिसाब से सुविधाएं चुन सकेंगे. इससे पहले तक यात्री आईआरसीटीसी रेल कनेक्ट, ई-कैटरिंग, रेल मदद और यूटीएस जैसे अलग-अलग एप्स का इस्तेमाल करते थे, जो अब एक ही एप में एकीकृत किए जा रहे हैं.
इस एप में दो विकल्प होंगे- पैसेंजर और फ्रेट. पैसेंजर सेक्शन में रिजर्व और अनरिजर्व टिकट बुकिंग, फ्लाइट टिकट, धार्मिक ट्रेन, टूर पैकेज, होटल और कैब बुकिंग जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. वहीं फ्रेट सेक्शन में माल ढुलाई के लिए पंजीकरण, पार्सल बुकिंग और थोक आइटम की बुकिंग की जा सकेगी.
इस सुपर एप को आईआरसीटीसी के द्वारा इंटीग्रेट किया जाएगा, जिससे यह यात्री सेवाओं का एकमात्र और प्रमुख एप बन सकेगा. वर्तमान में आईआरसीटीसी रेल कनेक्ट एप सबसे ज्यादा डाउनलोड किया गया रेलवे एप है, और इसके माध्यम से टिकट बुकिंग, ट्रैकिंग और अन्य सेवाएं उपलब्ध हैं.
इस एप के जरिए आईआरसीटीसी अपनी आय में वृद्धि की संभावना देखता है. वित्तीय वर्ष 2023-24 में कंपनी का शुद्ध लाभ ₹1,111.26 करोड़ था, जिसमें से 30.33 प्रतिशत आय टिकट बुकिंग से प्राप्त हुई थी. इस नई सुविधा से आईआरसीटीसी के राजस्व में और भी बढ़ोतरी हो सकती है.
नया सुपर एप न सिर्फ टिकटिंग और ट्रैकिंग की सुविधा देगा, बल्कि यात्री ट्रेन में खाना ऑर्डर करने, रिटायरिंग रूम और एक्जीक्यूटिव लाउंज बुकिंग जैसी सेवाएं भी प्राप्त कर सकेंगे. यह ऐप यात्रियों को यात्रा के दौरान हर तरह की सुविधा देने का प्रयास करेगा.
यह एप यात्रियों की बढ़ती जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है. देशभर में विभिन्न त्योहारों और छुट्टियों के दौरान ट्रेनों की भारी मांग को देखते हुए रेलवे इस एप के माध्यम से ट्रेनों की उपलब्धता और सेवाओं में सुधार करना चाहती है.
हालांकि सुपर एप यात्रियों की कई समस्याओं का समाधान करेगा, लेकिन रेलवे को विशेष ट्रेनों और अधिक लाइनों की आवश्यकता भी महसूस हो रही है. राज्यों के बीच यात्रा करने वाले लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रेलवे अतिरिक्त लाइनें और ट्रेनें भी संचालित करने पर विचार कर रहा है.
यह सुपर एप एक वन-स्टॉप सॉल्यूशन की तरह काम करेगा, जिससे यात्री और माल ढुलाई ग्राहक आसानी से सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे. रेलवे की इस पहल से यात्रा संबंधी सुविधाओं में सुधार की उम्मीद की जा रही है, जिससे यात्रियों को सुविधाजनक, सुरक्षित और किफायती यात्रा का अनुभव मिलेगा.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है.एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.