Bundelkhand Industrial Development Authority: उत्तर प्रदेश का पिछड़ा माने जाने वाला बुंदेलखंड के इलाके में जल्द ही विकास की नई बयार बहती दिखाई देगी. बुंदेलखंड में नोएडा जैसी ऊंची इमारतें होंगे और बड़ी कंपनियों का निवेश यहां की तस्वीर बदलेगा. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट ने मंगलवार को  इस महा प्रोजेक्ट के लिए 5 हजार करोड़ रुपये खर्च को मंजूरी दी है.


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इसके तहत गौतम बुद्ध नगर की तर्ज पर  बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण बनेगा. नोएडा अथॉरिटी की तर्ज पर विकास के लिए यहां भूमि अधिग्रहण की व्यवस्था की जाएगी. निजी निवेशकों को लुभाने के लिए जमीन खरीद के प्रस्ताव पर ऋण की सुविधा मिलेगी. लैंड बैंक के लिए अलग से 3000 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है. यूपी के बुंदेलखंड क्षेत्र में बांदा, जालौन, झांसी, ललितपुर, महोबा, चित्रकूट और हमीरपुर जिले आते हैं. 


यूपी में ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट के तहत लाखों करोड़ रुपये के जो निवेश प्रस्ताव आए थे, उनका एक बड़ा हिस्सा बुंदेलखंड क्षेत्र में आएगा. झांसी बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण को इसकी जिम्मेदारी मिली है. योगी आदित्यनाथ सरकार ने मंगलवार को 32 प्रस्तावों को मंजूरी दे दी.


इसमें नोएडा की तर्ज पर बुंदेलखंड के झांसी और आसपास के जिलों में कारोबार और निवेश का केंद्र बनाने के लिए  झांसी बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (जेबीडा) का गठन पर मुहर शामिल है. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के जरिये यहां संपर्क मार्ग को पहले ही बेहतर करने का कदम उठाया जा चुका है. डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का एक बड़ा केंद्र झांसी होगा.


बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को झांसी और चित्रकूट से जोड़ने के लिए दो लिंक एक्सप्रेसवे बनाने को भी मंजूर मिल चुकी है. औद्योगिक विकास विभाग का कहना है कि नोएडा की तर्ज पर झांसी और अन्य जिलों में औद्योगिक क्लस्टर विकसित किए जाएंगे. यहां सौर ऊर्जा के क्षेत्र में बड़ा काम शुरू किया जाना है. उद्योगों के साथ नई आवासीय योजनाएं भी लाए जाने का प्रस्ताव है. इसकी विस्तृत कार्ययोजना जेबीडा तैयार कर चुका है.