Bareli : कौन हैं तेजतर्रार IPS प्रभाकर चौधरी जिसने 13 साल में 21 ट्रांसफर झेले, कांवड़ियों पर लाठीचार्ज पड़ा भारी
IPS Prabhakar Chaudhary Transfer: 2010 बैच के आईपीएस प्रभाकर चौधरी का रविवार देर रात तबादला कर दिया गया था. इस तबादले को बरेली में कांवड़ियों पर हुए लाठीचार्ज से जोड़कर देखा जा रहा है.
IPS Prabhakar Chaudhary Transfer: उत्तर प्रदेश के तेजतर्रार आईपीएस अफसरों में शामिल आईपीएस प्रभाकर चौधरी एक बार फिर चर्चा में हैं. इस बार भी उनका तबादला चर्चा का विषय बना हुआ है. 2010 बैच के आईपीएस प्रभाकर चौधरी का रविवार देर रात तबादला कर दिया गया था. इस तबादले को बरेली में कांवड़ियों पर हुए लाठीचार्ज से जोड़कर देखा जा रहा है. शासन स्तर से रविवार देर रात उनके तबादले का आदेश जारी किया गया था. उनकी जगह सीतापुर के एसपी सुशील घुले चंद्रभान को बरेली एसएसपी की कमान सौंपी गई है. 13 साल की सेवा के दौरान प्रभाकर चौधरी का 21 बार तबादला किया गया है. बरेली से पहले वह कई जिलों में पुलिस कप्तान रह चुके हैं. बरेली में उनके कार्यकाल को सिर्फ चार महीने हुए थे. अब उन्हें 32वीं पीएसी लखनऊ भेजा गया है.
मूल रूप सेअंबेडकरनगर के रहने वाले प्रभाकर ने अंडरट्रेनिंग के दौरान एएसपी नोएडा जॉइन किया था. इसके बाद उन्हें एएसपी के पद पर ही आगरा, जौनपुर और फिर वाराणसी में पदस्थ कियागया. कानपुर नगर के एसपी सिटी की जिम्मेदारी भी वह निभा चुके हैं. जनवरी 2015 में प्रभाकर चौधरी को ललितपुर जिले का एसपी बनाया गया. यहां वह 11 महीने तक रहे. ललितपुर के बाद इंटेलिजेंस मुख्यालय में तैनात रहे.
इन जिलों में दे चुके हैं सेवाएं
प्रभाकर चौधरी देवरिया, बिजनौर, बलिया, बुलंदशहर और कानपुर देहात में बतौर एसपी तैनात रह चुके हैं. वाराणसी, मुरादाबाद, मेरठ और आगरा में एसएसपी रहे. इसी साल मार्च में बरेली के एसएसपी पद पर प्रभाकर का तबादला हुआ था. तब उन्होंने बताया था कि यह उनका 19वां जिला है. मेरठ ही एकमात्र ऐसा जिला है, जहां आईपीएस प्रभाकर चौधरी बतौर एसएसपी एक साल से अधिक रहे.
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सादगी के लिए जाने जाते हैं
प्रभाकर चौधरी की सादगी के उनके मातहत भी प्रशंसक हैं. बताया जाता है कि एक बार देवरिया से तबादले के बाद उन्होंने बस पकड़ा और कानपुर देहात पहुंच गए. बस स्टैंड पर उतरकर उन्हें टेंपो पकड़ा और एसपी आवास पर पहुंचे. गार्डों ने जब उनसे पूछना शुरू किया कि कौन हैं, किनसे मिलना है तो जवाब में अपना परिचय दिया तो गार्ड दंग रह गए. पीठ पर बैग लादे, बिना सुरक्षा या गाड़ी के उन्हें देखकर हर कोई उन्हें हैरत भरी नजरों से देख रहा था.
गार्ड जब नहीं माना तो उन्होंने अपना आईडेंटिटी कार्ड दिखाया. इसके बाद बंगले का गेट खोला गया. इसके बाद प्रभाकर चौधरी आवासीय ऑफिस में पहुंचे. स्टेनो के पास जाकर अपना सीयूजी सिम मांग लिया. स्टेनो का वही सवाल था, कौन हैं, सिम क्यों मांग रहे. जवाब में कहा, मैं प्रभाकर चौधरी, नया एसपी. यह सुनते ही पुलिसकर्मियेां में हड़कंप मच गया था.
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