रायबरेली: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में हुई पत्रकार रतन सिंह की हत्या को लेकर योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर है. एक ओर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी यूपी में अपराध के मुद्दे पर योगी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहीं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ग्राफ और आंकड़ों के जरिए प्रियंका गांधी लगातार योगी सरकार के खिलाफ हमलावर रुख अपनाई हुई हैं.  तो दूसरी ओर यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू राज्य सरकार के खिलाफ जमीन पर मोर्चा संभाले हुए हैं.


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अजय लल्लू मंगलवार को पत्रकार रतन सिंह के परिजनों से मिलने के लिए बलिया कूच कर रहे थे. लेकिन पुलिस ने उन्हें  रायबरेली-प्रतापगढ़ की सीमा के नजदीक सलोन टोल प्लाजा पर रोक लिया. लल्लू की पुलिस अधिकारियों के साथ तीखी बहस भी हुई. वह बलिया जाने की अपनी जिद पर अड़े थे, जिसके बाद पुलिस ने अजय लल्लू और उनके साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया.


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इसके बाद अजय लल्लू ने तीन सिलसिलेवार ट्वीट के जरिए योगी सरकार पर तीखा हमला किया. उन्होंन लिखा, ''बलिया के पत्रकार रतन सिंह की हत्या, बेगुनाहों की हत्या को बर्दाश्त नहीं करेंगे. पत्रकार रतन सिंह के परिजनों से मिलने जा रहा हूं, भाजपा सरकार की पुलिस ने सलोन टोल पर गाड़ी रोक दी है. पैदल जा रहा हूं. गुंडाराज पे लगाम लगाओ. तानाशाह होश में आओ।.''



लल्लू ने दूसरे ट्वीट में लिखा, ''पत्रकार की हत्या न होती, आजमगढ़ में BDC सदस्य की हत्या न होती तो नहीं जाता मैं. कहां थी पुलिस की मशीनरी? हत्या तो रोक नहीं पा रहे आप? जहां लल्लू जा रहा है रोक दे रही है पुलिस. क्या है लल्लू से? क्यूं घबराई है सरकार? जिसे मन किया उसे जेल डाल दिया. ऐसे चलता है लोकतंत्र?''



उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ''मुकदमे से कौन डरता है? मुख्यमंत्री जी मुकदमे से डरा रहे हो लल्लू को? जेल में डालने के बाद मुट्ठी तान तुम्हारे 'जंगलराज' के खिलाफ न्याय की आवाज बुलंद कर रहा हूं. मुख्यमंत्री जी! किसी ने लिखा है कि: तय करो किस ओर हो तुम तय करो किस ओर हो, आदमी के पक्ष में हो या कि आदमखोर हो.''



यूपी में बीते तीन महीने में तीन पत्रकारों की हत्या
आपको बता दें कि एक प्राइवेट न्यूज चैनल के पत्रकार रतन सिंह की बदमाशों ने बीते सोमवार रात गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस के मुताबिक इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. उत्तर प्रदेश में बीते तीन महीने में तीन पत्रकारों की हत्या हो चुकी है. 19 जून को पत्रकार शुभम मणि त्रिपाठी की हत्या, 20 जुलाई विक्रम जोशी की हत्या और 24 अगस्त को रतन सिंह की हत्या.


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