इस बार UP से हज जाने वाले लोगों की संख्या बहुत कम, केवल 3 महिलाओं ने दिया आवेदन
आंकड़े बताते हैं कि पिछले 5 सालों में यात्रियों की संख्या कभी 14 हजार से कम नहीं रही है. इस बार कोरोना के अलावा हज यात्रियों की संख्या में कमी के कारण ये भी हो सकते हैं...
लखनऊ: इस बार हज के लिए जाने वाले लोगों में केवल 3 महिलाओं का एक समूह शामिल होने वाला है. जबकि बीते सालों में हज यात्रियों में करीब 45% महिलाएं शामिल रहती थीं. अभी इन 3 महिलाओं का भी जाना कंफर्म नहीं हुआ है, आवेदन मंजूर होना बाकी है. बता दें, हज यात्रा आवेदन की आखिरी तारीख 10 दिसंबर से बढ़ा कर 10 जनवरी की गई थी, जिसके बाद भी केवल 6235 आवेदन ही आए हैं.
ये भी पढ़ें: अब एक ही शिफ्ट में चलेंगे 9वीं-12वीं के सभी स्कूल, शासन ने दिया आदेश
हर साल जाते थे 14 हजार से ज्यादा लोग
आंकड़े बताते हैं कि पिछले 5 सालों में यात्रियों की संख्या कभी 14 हजार से कम नहीं रही है. अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस बार कोरोना के डर से लोग यात्रा नहीं करना चाहते हैं. हालांकि केवल महिलाओं की संख्या में गिरावट आने की कोई खास वजह पता नहीं चली है.
कोरोना के मद्देनजर लगाई गईं शर्तों से कम हुई संख्या
लोगों के अनुसार हज यात्रा 20वीं सदी से कभी नहीं रुकी है. हालांकि, दोनों वर्ल्ड वॉर और प्लेग के दौरान यात्रियों की संख्या कम रही थी. इस सदी में यह पहली बार है कि जायरीन की तादाद में भारी कमी देखी जा सकती है. इस बार कोरोना के डर और सऊदी सरकार के दबाव के चलते केंद्रीय हज कमेटी द्वारा लगाई गईं शर्तों की वजह से लोगों की रुचि कम हो गई है. इसके अलावा, इनकम टैक्स सम्बंधी कई बातें सामने आईं, जिस वजह से लोग पीछे हट गए. जिन्होंने रिटर्न नहीं भरा, वह भी पीछे हट गए.
ये भी पढ़ें: अजीत सिंह हत्याकांड: पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, मुख्य आरोपी शूटर गिरधारी गिरफ्त में
यह हो सकती हैं वजह
नियमों के अनुसार 18 से 65 साल के लोगों को ही हज पर जाने की अनुमति दी गई थी. साथ ही यात्रा के लिए ग्रीन कैटेगरी, जो महंगी और सुविधाजनक होती है, वह खत्म कर दी गई है. हो सकता है इस वजह से आवेदन कम आए हैं.
यात्रा का खर्च भी बढ़ा
साल 2019 में ग्रीन कैटेगरी का यात्रा का खर्च (लखनऊ से) 2 लाख 90 हजार के करीब हुआ करता था. इसके अलावा अजीजिया में 2 लाख 42 हजार रुपये देने होते थे. लेकिन 2021 में अजीजिया कैटेगरी में यात्रा का खर्च 3,44,133 रुपये है, जबकि ग्रीन कैटेगरी हटा दी गई.
ये भी पढ़ें: नोएडा में ड्राई फ्रूट्स की फर्जी कंपनी खोलकर 100 करोड़ की ठगी, 2 आरोपी गिरफ्तार
हैरान करने वाले हैं इतने कम आंकड़े
जानकारी के मुताबिक 2018 में 46 हजार और 2019 में करीब 35 हजार आवेदन आए थे. लेकिन 2021 में आवेदन घटकर 6235 रह गए हैं. जिस शहर से करीब 1200 लोग अप्लाई करते थे, वहां से केवल 218 आवेदन ही आए हैं. सबसे ज्यादा 370 आवेदन लखनऊ से ही आए हैं.
पहले हज पर जाती थीं इतनी प्रतिशत महिलाएं
साल | महिलाओं का प्रतिशत |
---|---|
2013 | 45.82 |
2014 | 45.24 |
2015 | 45.05 |
2016 | 45.57 |
2017 | 46.00 |
2018 | 47.00 |
2019 | 47.40 |
2020 | 00.00 |
WATCH LIVE TV