कानपुर: बॉलीवुड एक्ट्रेस आलिया भट्ट ने कानपुर की एक कंपनी में निवेश किया है. यह कंपनी फूलों से अगरबत्ती, गुलाल और फ्लेदर जैसे कई प्रोडेक्ट बनाती है. यह इको फ्रेंडली उत्पाद मंदिरों में चढ़ने के बाद बेकार हुए फूलों से बनाए जाते हैं. मेक इन इंडिया पर आधारित कंपनी Phool. co दुनिया भर के कई अवॉर्ड भी जीत चुकी है.


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2017 में शुरू किया था स्टार्टअप
कानपुर के रहने वाले अंकित अग्रवाल ने आईआईटी कानपुर की मदद से 2017 में स्टार्टअप शुरू किया था. इसी स्टार्टअप में फ्लावर साइकिलिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर उत्पाद बनाने शुरू किए गए. इसका उद्देश्य मंदिरों में चढ़ाकर फेंके गए फूलों के प्रदूषण से गंगा को बचाना था. कंपनी ने सबसे पहले मंदिरों में पड़े फूलों को इकट्ठा कर चारकोलमुक्त धूपबत्ती और अगरबत्ती बनाना शुरू किया था. इसके साथ ही अपनी रिसर्च जारी रखी और जानवरों के लेदर का विकल्प फ्लेदर तैयार किया. दरअसल, कंपनी फूल से लेदर की तरह का उत्पाद 'फ्लेदर' बनाती है. 


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लेदर का एक अच्छा विकल्प बन सकता है फ्लेदर 
आईआईटी की इनक्यूबेट कंपनी Fool.co ने कई महिलाओं को रोजगार भी दिया है. कंपनी के संस्थापक अंकित अग्रवाल ने बताया कि उनकी कंपनी ने फूलों से तमाम उत्पादों के साथ फ्लेदर तैयार किया है. उनका मानना है कि यह लेदर का एक अच्छा विकल्प बन सकता है. इसमें लेदर की तरह ही गुण होते हैं, लेकिन इसे जानवरों की खाल से नहीं बल्कि फूलों से तैयार किया जाता है. उनकी कंपनी में आलिया भट्ट ने निवेश किया है. अंकित ने कहा कि इस फंड का इस्तेमाल वह अपने कंपनी को विस्तार देने और रिसर्च वर्क को बढ़ावा देने के लिए करेंगे. 


क्यों प्रभावित हुईं आलिया?
आलिया भट्ट निवेश के लिए कंपनी की तीन बातों से प्रभावित हुईं. आलिया ने कहा कि कंपनी ने नदियों को स्वच्छ बनाने में योगदान दे रही है. इसके साथ ही लेदर (चमड़े) का विकल्प तलाशा और महिलाओं को रोजगार देकर आत्मनिर्भर बनाया.  


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