Akhilesh Yadav :  उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरित मानस को लेकर दिए विवादित बयान पर शनिवार को अपनी चुप्पी तोड़ी. अखिलेश ने लखनऊ में सीधे तौर पर स्वामी प्रसाद से ऐसे बयानों से बचने को लेकर तो कुछ नहीं कहा, लेकिन परोक्ष तौर पर कहा कि हमने स्वामी प्रसाद मौर्य जी से जातिगत जनगणना (Caste Census) के मुद्दे पर आगे बढ़ने को कहा है. अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी हमें शूद्र मानती है, दलितों को शूद्र मानती है, हमें मंदिर जाने से रोकती है. उन्होंने आरोप लगाया कि आयोजन स्थल से रात में ही पुलिस व्यवस्था हटा ली गई थी. लेकिन वो याद रखें कि समय बदलता है और आने वाले समय में उनके साथ भी ऐसा हो सकता है. 


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मां पीतांबरा देवी 108 के दर्शन करने पहुंचे अखिलेश यादव ने कहा, बीजेपी को ये तकलीफ है कि हम क्यों इन धार्मिक आयोजन में जाते हैं. गुरु संत लोगों से क्यों आशीर्वाद क्यों लेते हैं. रात में पुलिस प्रशासन की पूरी व्यवस्था हटा ली गई. अखिलेश बार बार कहते रहे कि विरोध प्रदर्शन के दौरान किसी के साथ कुछ भी हो सकता है. उन्होंने बीजेपी और आरएसएस पर इसका आरोप लगाया. अखिलेश शनिवार सुबह सपा कार्यालय भी पहुंचे थे, जहां स्वामी प्रसाद मौर्य भी थे, माना जा रहा है कि दोनों के बीच हालिया मुद्दों पर बात हुई.


समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि मां पीतांबरा देवी 108 के दर्शन करने पहुंचे थे. उन्होंने यज्ञ में हिस्सा लिया. लेकिन इस धार्मिक कार्यक्रम के आयोजकों को धमकी मिल रही है. बीजेपी ने यहां गुंडे भेजे थे, जो काला झंडा लेकर विरोध कर रहे थे. बीजेपी और आरएसएस में फर्क नहीं है, लेकिन धार्मिक कार्यक्रम में भी वो ऐसा कर रहे हैं. गौरतलब है कि मां पीताम्बरीय 108 महाकुण्डीय यज्ञ में सवा पांच करोड़ आहुति दी गई हैं.  


लखनऊ में गोमती तट पर मां पीताम्बरा 108 कुण्डीय महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है. इस दौरान हिंदूवादी संगठनों ने सपा मुखिया अखिलेश यादव का विरोध किया. 
काले झंडे दिखाकर अखिलेश यादव के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं और अखिलेश यादव के सुरक्षा कर्मियों के बीच भिड़ंत भी हुई. 


विरोध प्रदर्शन पर बिफरे अखिलेश यादव पर बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा,  अखिलेश यादव के निर्देश पर ही खुलेआम हिंदू देवी-देवताओं, धर्म ग्रंथों, साधु संतों का अपमान हो रहा है. अखिलेश यादव राजनीतिक ढोंग कर रहे हैं. आस्था पर चोट पहुंचाने वालों का लोकतांत्रिक ढंग से विरोध करना कैसे अनुचित है. पहले स्वामी प्रसाद को गलत ठहराएं फिर दर्शन पूजन करें.


अखिलेश यादव के मंदिर मठ जाने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने निशाना साधा. चौधरी ने कहा कि एक तरफ उनके नेता साधु संत मन्दिर मठ के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी दे रहे हैं तो वही अखिलेश यादव मंदिर मठ जा रहे हैं यह पूरी तरह से दोहरा चरित्र है.


गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरित मानस को बैन करने वाले बयान से पूरा मुद्दा खड़ा हुआ था. बीजेपी ने इसे हिन्दुओं का अपमान बताया और सपा को हिन्दू विरोधी पार्टी बताया है. स्वामी प्रसाद पर इस बयान को लेकर कई एफआईआर भी हुई हैं. उन्होंने कल भी कई कथित धमकियों का हवाला देते हुए कहा कि उनकी जीभ काटने इनाम रखने जैसा बयान देने वालों को भी दूसरे कट्टरपंथियों की तरह क्या आतंकवादी जल्लाद नहीं कहना चाहिए.