प्रमोद कुमार /अलीगढ़ : तालों के शहर अलीगढ़ के मलखान सिंह जिला अस्पताल में बनी मजार को तोड़ने के लिए महिलाओं का एक दल सोमवार को पहुंच गया तो बवाल हो गया. दरअसल, आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी में खुलासा हुआ था कि मलखान सिंह जिला हॉस्पिटल में बनी मजार अवैध है.सरकारी हॉस्पिटल में लंबे समय से ये मजार बनी हुई है.सोमवार को हिंदू संगठनों से जुड़ी महिलाएं मजार को तोड़ने के लिए जिला अस्पताल पहुंच गई.सूचना पर भारी तादाद में पुलिस फोर्स तैनात, मजार को लेकर दो पक्ष आए आमने-सामने, हिंदू संगठन से जुड़ी महिलाओं ने सीएमएस को दी चेतावनी में 7 दिन में अवैध मजार को हटाया जाए, बन्ना देवी थाना इलाके का मामला.


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RTI  से पूछे थे सवाल
सासनी गेट लोधी बिहार के निवासी वी०कैन० फाउंडेशन के संस्थापक नीरज भारद्वाज द्वारा पिछले दिनों जिला अस्पताल मलखान सिंह की सीएमएस को आरटीआई भेजकर इस मजार को लेकर सवाल पूछे गए। इस पर सीएमएस ने बिंदुवार जवाब दिया है। कहा है कि अस्पताल एक धर्मनिरपेक्ष जगह होती है। जहां सभी धर्म के लोग आते हैं, और सभी को समान उपचार होता है। रहा सवाल इस मजार का, तो इसके निर्माण या वैधता के संबंध में कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है.


50 साल पुरानी मजार
नीरज भारद्वाज का सवाल है कि फिर यहां यह किसने और कब बनवाई? कौन बता पाएगा? नीरज भारद्वाज का कहना है कि सरकारी संपत्ति में इस प्रकार की कोई भी आकर इस तरह के ढांचे को निर्माण कर के चला जाता है. लेकिन जिस के संबंध में किसी को जानकारी नहीं हो लकी। यह बहुत ही गंभीर मामला है. सीएमएस ने जानकारी देते हुए बताया है कि आज हिंदू संगठनों से जुड़ी हुई महिलाएं मुझसे मिली हैं, महिलाओं के द्वारा मजार को हटाने की मांग की गई है, मेरे कार्यकाल से पहले मजार 50 वर्ष पुरानी बताई जा रही है.


दोनों पक्षों के बीच कहासुनी
इन तमाम पहलुओं को लेकर में उच्च अधिकारियों से बात करूंगी, सीएमएस से मुलाकात के बाद महिलाएं मजार तोड़ने के लिए पहुंच गई, जानकारी होने पर दूसरा पक्ष भी सामने आ गया, दोनों ही पक्ष के लोगों में तू तू मैं मैं कहासुनी भी हो गई, घटना की सूचना पर भारी तादाद में पुलिस फोर्स भी मौके पर पहुंच गया है, बन्ना देवी थाना इलाके के जिला अस्पताल का मामला है.