Fee Hike Protest: फीस वृद्धि के खिलाफ छात्रों का अनोखा विरोध प्रदर्शन, प्रतीकात्मक रूप से कुलपति का किया तेरहवीं कार्यक्रम
Prayagraj News: पिछले बीस दिनों से इलाहाबाद विश्विद्यालय के छात्र फीस वृद्धि के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठे हैं. आमरण अनशन पर बैठे छात्र फीस वृद्धि के विरोध का अलग अलग तरीका भी अपना रहे हैं. इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति को प्रदर्शनकारी छात्र अहंकारी और तानाशाह बता रहे हैं.
मो.गुफरान/प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि को लेकर छात्रों का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले बीस दिनों से इलाहाबाद विश्विद्यालय के छात्र फीस वृद्धि के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठे हैं. आमरण अनशन पर बैठे छात्र फीस वृद्धि के विरोध का अलग अलग तरीका भी अपना रहे हैं. इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति को प्रदर्शनकारी छात्र अहंकारी और तानाशाह बता रहे हैं.
शनिवार की शाम को इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन पर छात्रों ने फीस वृद्धि के खिलाफ प्रतीकात्मक रूप से कुलपति के अहंकार,ममता और गुरूर घमंड की तेरहवीं किया है. छात्रों का कहना है कि अगर कुलपति को छात्रों के हितों से कोई सरोकार नहीं है, तो ऐसा कुलपति होना उनके लिए न होने के बराबर है. छात्रों का आरोप है कि मौजूदा कुलपति पूरी तरह से तानाशाह हो चुकी हैं,इसीलिए आज कुलपति के तानाशाही रवैए का प्रतीकात्मक रूप से तेरहवीं कार्यक्रम किया गया है. जिसमे भोज का भी आयोजन किया गया. छात्रों का कहना है कि फीस वृद्धि हर हाल में इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन को वापस लेना होगा. किसी कीमत पर छात्र चार गुना फीस वृद्धि बर्दास्त नहीं करेंगे.
बता दें कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र लगातार फीस वृद्धि के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. फीस वृद्धि के खिलाफ कई छात्र आत्मदाह का भी प्रयास कर चुके हैं. इलाहाबाद विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल को भी तैनात किया है. कई दौर में छात्रों को आंदोलन खत्म करने के लिए प्रशासन की तरफ से वार्ता भी किया गया. हालांकि इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से अभी तक कोई वार्ता का पहल नहीं किया गया है. विश्विद्यालय प्रशासन फीस वृद्धि को जरूरत बताते हुए इसे वापस लेने से साफ इंकार किया है. इससे पहले शुक्रवार को भी छात्रसंघ भवन पर बड़ी संख्या में छात्रों ने सामूहिक मुंडन कराकर फीस वृद्धि का प्रतीकात्मक रूप से विरोध किया था.