UP में पार्टी मजबूत करना चाहते थे ओवैसी, लेकिन डूबती दिख रही उनकी नैया! 250 से ज्यादा कार्यकर्ता दे सकते हैं इस्तीफा
AIMIM कार्यकर्ताओं का कहना है कि अटाला हिंसा केस में जिला अध्यक्ष मोहम्मद शाह आलम को आरोपी बनाया गया. इसके बाद भी नेतृत्व ने कोई एक्शन नहीं लिया. पार्टी के पदाधिकारियों की इस खामोशी को देखते हुए जिले के कार्यकर्ताओं में भारी रोष है...
प्रयागराज: असदुद्दीन ओवैसी के लिए उत्तर प्रदेश में बहुत बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है, क्योंकि प्रयागराज में उनकी पार्टी एआईएमआईएम के करीब 250 कार्यकर्ता सामूहिक इस्तीफा देने जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि पार्टी के ढाई सैकड़ा कार्यकर्ताओं ने जिला अध्यक्ष शाह आलम के समर्थन में पार्टी छोड़ने का फैसला लिया है. उनका आरोप है कि प्रदेश और शीर्ष नेतृत्व उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है. ऐसे में आज जिला महासचिव फैसल वारसी की अगुवाई 250 रेजिग्नेशन पड़ने वाले हैं.
नेतृत्व की खामोशी पर कार्यकर्ताओं का रोष
दरअसल, इन कार्यकर्ताओं का कहना है कि अटाला हिंसा मामले में जिला अध्यक्ष शाह आलम को आरोपी बनाए जाने के बाद भी प्रदेश और राष्ट्रीय नेतृत्व की तरफ से कोई मदद नहीं की गई. नेतृत्व की इस खामोशी को देखते हुए जिले के पदाधिकारियों में भारी रोष है. इसलिए ही पार्टी के जिला और महानगर के पदाधिकारी और कार्यकर्ता आज सामूहिक इस्तीफा दे रहे हैं.
कार्यकर्ताओं का कहना, जबरदस्ती फंसाया गया
गौरतलब है कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली और पूर्वांचल अध्यक्ष इरफान मलिक से अपील की कि कोई एक्शन लें, आवाज उठाएं, लेकिन नेतृत्व ने कोई सुध नहीं ली. कार्यकर्ताओं का कहना है कि शाह आलम निर्दोष हैं और उन्हें जबरदस्ती इस केस में घसीटा गया है. उनका अटाला मामले से कोई कनेक्शन नहीं है. आरोप है कि उन्हें राजनीतिक उद्देश्य से फंसाया जा रहा है.
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हाई कोर्ट ने खारिज कर दी थी अग्रिम जमानत अर्जी
बताया जा रहा है कि दोनों कमेटियों के पदाधिकारियों समेत लगभग 250 लोग दाराशाह अजमल स्थित नगर कार्यालय में शाम 4.00 बजे त्यागपत्र देने वाले हैं. यह रेजिग्नेशन लेटर्स पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को सौंपे जाएंगे. आपको जानकारी के लिए बता दें कि एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष मो. शाह आलम पर आरोप है कि अटाला हिंसा में उनका बड़ा रोल है. हाल ही में हाई कोर्ट ने भी उनकी अग्रिम जमानत खारिज कर दी थी.
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