मोहम्मद गुफरान/प्रयागराज: संगमनगरी प्रयागराज में जुमे की नमाज के बाद माहौल खराब करने की कोशिश की हुई थी. अटाला इलाके में हुई हिंसा और पत्थरबाजी के मामले में पुलिस आरोपियों के खिलाफ एक्शन कर रही है. इस मामले में लगातार नए-नए खुलासे हो रहे हैं. पुलिस ने अटाला हिंसा मामले में बड़ा खुलासा किया है. पुलिस की जांच में बवाल और हिंसा से पहले तीन सौ संदिग्ध मोबाइल नंबर मिले हैं. ये ऐसे नंबर ऐसे थे जो लगातार एक दूसरे से टच में थे.


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नंबरों की सीडीआर निकलवाकर होगी जांच
पुलिस की जांच पड़ताल में यह भी पता चला है कि सभी नंबर शुक्रवार की हिंसा से पहले गुरुवार की रात में भी लगातार एक्टिव थे. अब पुलिस इन तीन सौ मोबाइल नंबरों की सीडीआर निकलवाकर जांच करेगी. जानकारी के मुताबिक इन नम्बरों का मिलान उपद्रवियों और गिरफ्तार साजिशकर्ताओं के नंबर से किया जाएगा. जिससे कई खुलाशे हो सकते हैं.


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जांच में जुटी एजेंसियां और उत्तर प्रदेश पुलिस  
आपको बता दें कि इन नंबरों को लेकर जांच एजेंसियां भी सतर्क हैं. तीन सौ नंबर का घटना से पहले लगातार सक्रिय रहना को लेकर बड़ी साजिश की तरफ इशारा है. जिसकी जांच पड़ताल में एजेंसियां और उत्तर प्रदेश पुलिस जुट गई है.


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एडीजी की गाड़ी पर हुआ था पथराव
बता दें कि शुक्रवार को झड़प के दौरान एडीजी प्रेम प्रकाश की गाड़ी पर भी पथराव हुआ था. जिसमें उनका गनर पत्थर लगने से गंभीर रूप से जख्मी हो गया था. इस दौरान पुलिस हालात पर नियंत्रण पाने के लगातार प्रयास कर रही थी. इसके लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए और हवाई फायरिंग भी की गई. बता दें, पथराव की घटना में 6 जवान घायल हो गए थे. जिसमें सीआरपीएप-आरएफ के जवान भी शामिल थे. फिलहाल पुलिस तीन सौ संदिग्ध मोबाइल नंबरों की जांच में जुटी है.


डेढ़ सौ संदिग्ध वाहनों की मिली जानकारी
आपको बता दें कि अटाला हिंसा मामले में डेढ़ सौ संदिग्ध वाहनों की जानकारी मिली है. जिसमें तकरीबन 100 की संख्या में 2 दोपहिया और 50 फोर व्हीलर संदिग्ध वाहन मिले हैं. जानकारी के मुताबिक हिंसा वाले क्षेत्र में ये डेढ़ सौ संदिग्ध गाड़ियां लगातार रनिंग कर रही थी.


संलिप्तता मिलने पर होगी कड़ी कार्रवाई
आशंका जताई जा रही है कि इन संदिग्ध गाड़ियों से ही हिंसा वाले क्षेत्र में उपद्रवियों को लाया गया. पुलिस इन संदिग्ध वाहनों का ब्यौरा जुटाने में लग गई है. इस मामले में आरटीओ से संपर्क कर पुलिस इन संदिग्ध वाहनों के स्वामियों का पता लगा रही है.वहीं, घटना में संलिप्तता मिलने पर वाहन स्वामियों पर एफआईआर के साथ ही गाड़ियों को सीज भी किया जाएगा.


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