प्रयागराज: उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार लगातार माफिया के खिलाफ एक्शन कर रही हैं. इसी के तहत बाबा का बुलडोजर प्रदेश के विभिन्न इलाकों में लगातार गरज रहा है. वहीं, प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद एसटीएफ को जांच के दौरान जेल से साजिश करने की लीड मिली. इसको लेकर मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद के गैंग पर नजर रखी जा रही है कि जेल में इन दोनों माफिया डॉन के गुर्गों में कोई गठजोड़ न बन जाए. 


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माफिया अतीक के करीबियों से मुलाकात के दौरान एलआईयू रहेगी मौजूद 
दरअसल, यूपी पुलिस ने मुख्तार और अतीत के करीबियों और मददगारों को जेल भेज दिया है. वहीं, जेल में भी अब उन पर पैनी नजर रखी जा रही है. इसके बाद अब उनसे जेल में मिलना आसान नहीं होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि केंद्रीय कारागार नैनी में माफिया अतीक के करीबियों से मुलाकात के दौरान एलआईयू मौजूद रहेगी.


एलआईयू हर एक्शन पर रखेगी नजर 
आपको बता दें कि गुजरात के साबरमती जेल में बंद माफिया अतीक अहमद और बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी के गिरोह  के सदस्यों से जेल में मिलना मुश्किल होगा. दरअसल, केंद्रीय कारागार नैनी में माफिया अतीक के करीबियों से मुलाकात के दौरान एलआईयू हर एक्शन पर नजर रखेगी. इसके अलावा तय समय सीमा में ही माफिया के गुर्गों से जेल में मुलाकात हो सकेगी.


सुरक्षा कारणों के चलते किया गया बड़ा फैसला
आपको बता दें कि मुलाकात करने वालों के साथ एलआईयू की टीम मौजूद रहेगी. बताया जा रहा है कि नैनी जेल प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से बड़ा फैसला किया है. दरअसल, उमेश पाल हत्याकांड के चलते जेल प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार किया है. इसके लिए माफिया अतीक और बाहुबली मुख्तार अंसारी के गुर्गों को चिन्हित कर उनकी लिस्ट बनाई गई है.


चिन्हित कर बनाई गई है मुख्तार और अतीक के गुर्गों की लिस्ट 
जानकारी के मुताबिक चिन्हित गुर्गों से मिलने वालों के साथ एलआईयू की टीम को साथ रखने का फैसला लिया गया है, ताकि माफिया के कुख्यात गुर्गों से मुलाकात के दौरान कोई अपराधिक वारदात का प्लान न बना सके.