मोहम्मद गुफरान/प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड का एक महीना पूरा हो चुका है. न्यायिक आयोग ने हत्याकांड के समय अतीक और अशरफ के साथ सुरक्षा में लगे 21 पुलिसकर्मियों को लिखित बयान दर्ज कराने के लिए  नोटिस जारी किया है. पुलिसकर्मियों को अतीक और अशरफ की हत्या के समय उनकी मौजूदगी से लेकर घटना से जुड़े सभी पहलुओं का जवाब देना होगा. 


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न्यायिक आयोग ने की पुलिसकर्मियों से पूछताछ 
बता दें कि पिछले दिनों प्रयागराज पहुंची न्यायिक आयोग की टीम ने कुछ पुलिसकर्मियों से पूछताछ की थी, जिसके बाद अब आयोग की टीम ने पुलिसकर्मियों को लिखित बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस जारी किया है. अतीक-अशरफ हत्याकांड को एक महीना हो गया है. 15 अप्रैल को दोनों की पुलिस कस्टडी में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी.


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5 पुलिसकर्मियों पर गिरी थी गाज
अतीक हत्याकांड को लेकर लापरवाही बरतने पर शाहगंज थाने के 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था. जिसमें शाहगंज एसओ अश्वनी कुमार सिंह के अलावा दो सब इंस्पेटर और दो कॉन्स्टेबल शामिल हैं. जानकारी के मुताबिक हत्याकांड को लेकर एसआईटी ने मंगलवार दोपहर एसओ समेत सभी पुलिसकर्मियों से पूछताछ की थी. इसके बाद एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर सभी के खिलाफ यह कार्रवाई की गई.


15 अप्रैल को माफिया ब्रदर्स की काल्विन हॉस्पिटल में गोली मारकर हत्या हुई थी. मेडिकल के लिए ले जाते समय तीन शूटरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर माफिया ब्रदर्स का खात्मा किया था.  तीनों शूटर लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य को मौके से ही पुलिसकर्मियों ने दबोच लिया था. लवलेश तिवारी बांदा जबकि अरुण मौर्य कासगंज और आरोपी सनी हमीरपुर का रहने वाला है.पुलिस ने जब आरोपियों से पूछताछ में उन्होंने जुर्म कबूल करते हुए कहा था.