Rampur:अखिलेश यादव के बर्थडे पर आजम खान की ये कैसी मांग, लगाए जा रहे सियासी कयास
Akhilesh Yadav Birthday: सपा के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री आजम खान ने अखिलेश यादव का जन्मदिन अनोखे अंदाज में मनाया इस मौके पर उन्होंने एक ऐसी मांग अपने नेता से की है, जिसे लेकर सियासी कयास लगना तय है.
रामपुर: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का जन्मदिन 1 जुलाई को उनके समर्थक बड़ी ही धूमधाम से मना रहे हैं. रामपुर में पूर्व मंत्री और सपा के कद्दावर नेता आजम खान ने अपने ही अंदाज में अखिलेश का जन्मदिन मनाया. उन्होंने केक तो काटा ही लेकिन सियासी संदेश देना भी नहीं भूले. आजम खान ने कलम से केक काटा. उन्होंने ने एक हाथ मे चाकू ओर एक हाथ मे पेन लिया और लोगों से पूछा तय कर ले कौन सा रास्ता सही है. ये काटने के काम आएगा ये तक़दीर बदलेगा. लोग तय कर लें ये रास्ता सही है या ये. फिर आजम खान ने कलम से केक काटा.
आजम के बयान का सियासी मतलब?
इस मौके पर पूर्व मंत्री ने कहा ''पार्टी में कुछ गद्दार हैं, उन्हें ठोकर मार कर निकाले राष्ट्रीय नेतृत्व.'' आजम खान ने कहा कि ''जिन लोगों ने चोले बदलकर समाजवाद को ओर हमे धोखा दिया और समाज को बर्बाद किया. दुश्मन को हम बर्दाश्त नही करेंगे. उनको निकलने का काम करेंगे. जो लोग अपने चेहरे पर सफेद सियासी लगाकर समाजवादी पार्टी में दाखिल हुए है हम चाहेंगे ही हमारा राष्ट्रीय नेतृत्व उनको निकाले नहीं बल्कि ठोकर मारकर निकाले.''
यह भी पढ़ें: Meerut:भूरा व इमरान कुरैशी होंगे जिला बदर , पूर्व मंत्री याकूब के दोनो बेटों पर लगा गुंडा एक्ट
गोंडा में भी आयोजन
गोंडा में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का जन्म दिवस लोक कल्याण दिवस के रूप में मनाया गया. जहां समाजवादी कार्यकर्ताओं ने सभी समुदाय के धर्मगुरुओं की मौजूदगी में केक काटा. साथ ही जिले के अलग-अलग इलाके आए सैकड़ों बच्चों को स्कूली बैग, पेंसिल, कॉपी और किताब दिया और जिले के प्रबुद्ध लोगों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया. सिर्फ 38 साल की उम्र में प्रदेश के सीएम बने अखिलेश यादव का आज 50वां जन्मदिन है. 1 जुलाई 1973 को इटावा के सैफई में अखिलेश यादव का जन्म हुआ था. राजधानी लखनऊ में भी अलग-अलग जगह पर सपा कार्यकर्ताओं ने अपने नेता का जन्मदिन मनाया.
WATCH: भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर पर हमला करने वाले 4 आरोपी गिरफ्तार, अंबाला कोर्ट में करने जा रहे थे सरेंडर