आजमगढ़ में सरकारी गनर की चाहत में प्रबंधक ने रची झूठी रंगदारी की साजिश, 2 अभियुक्त गिरफ्तार
Azamgarh News : उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में एक प्रबंधक ने पुलिस को रंगदारी मांगने की एक झूठी कहानी सुनाई. उसका इरादा सरकारी गनर पाने का था, लेकिन जांच में पोल खुल गई.
Azamgarh News : उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में सरकारी गनर की ख्वाहिश में एक शख्स ने ऐसी साजिश रच डाली, जिसके शिकंजे में वो खुद फंस गया. फर्जी रंगदारी के इस मामले में प्रबंधक और उसके दो साथियों को आजमगढ़ पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है.
जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले मे एक प्रबंधक को धमकी भरा कॉल आया, 10 लाख रुपय की फिरौती मांगी गई. उसे रकम न देने पर जान से मरने की धमकी दी गई. इसकी शिकायत प्रबन्धक ने खुद ही थाने मे जाकर दर्ज कारवाई. मामले में स्थानीय पुलिस ने अज्ञात मे 386 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की. पुलिस अधीक्षक द्वारा घटना का अनावरण के लिए थाना प्रभारी और एसओजी टीम को मामले मे गंभीरता से जांच करने का निर्देश दिया.
मोबाइल सीडीआर से सच आया सामने
पुलिस ने जब मोबाइल नंबर की सीडीआर निकलवाई तो सारा राजफाश हो गया. पुलिस ने धमकी भरा कॉल करने वाले दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में सामने आया कि डॉ. संतोष कुमार मिश्रा ने ही अपने कर्मचारी और परिचित संदीप सिंह और राहुल त्रिपाठी को पैसे और संस्थान में उच्च पद पर नौकरी देने का लालच देकर साजिश के तहत फर्जी ढंग से खुद को रंगदारी मांगने के लिए कॉल कारवाई थी. ताकि उसको सरकारी गनर प्राप्त हो सके.
पैसे और पद का लालच देकर करवाई रंगदारी की कॉल
पूछताछ में डॉ.संतोष कुमार मिश्रा ने माना कि उसने ही अपने ही जानकारों के जरिये ये फर्जी कॉल करवाई थी. कर्मचारी राहुल त्रिपाठी और संदीप सिंह ने फोन पर कथित तौर पर संतोष मिश्रा से 10 लाख रुपये मांगे थे. इन दोनों के विरुद्ध 408/22 और 195 व 120बी का मुकदमा दर्ज किया गया है. जल्द ही संतोष मिश्रा की गिरफ्तारी की जाएगी.
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