2024 का सेमीफाइनल है आजमगढ़-रामपुर चुनाव, क्या सपा की गद्दी हिला पाएगी बीजेपी?
2024 के पहले आजमगढ़ और रामपुर का उप-चुनाव सभी दलों के सम्मान से जुड़ा है. बीजेपी और बसपा पुरानी सीट पर वापसी के लिए जुटी हैं, जबकि सपा ने मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव की पुरानी सीट बचाने के लिए दिन-रात बराबर कर दिए हैं...
Azamgarh By Election: पूर्वांचल की सबसे हॉट सीट आजमगढ़ में सियासी दंगल जारी है. 23 जून को लोकसभा उपचुनाव के लिए वोटिंग होनी है. वोटिंग से पहले सभी दलों ने प्रचार तेज कर दिया है. आजमगढ़ मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव का गढ़ माना जाता है. 2022 के विधानसभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ की लहर थी, लेकिन आजमगढ़ में सभी दस सीटों पर सपा ने बाजी मार ली. अब अखिलेश यादव के इस्तीफे से खाली सीट पर 23 जून को मतदान होना है.
आजम खान आजमगढ़ में बने स्टार प्रचारक
2024 के पहले आजमगढ़ और रामपुर का उप-चुनाव सभी दलों के सम्मान से जुड़ा है. बीजेपी और बसपा पुरानी सीट पर वापसी के लिए जुटी हैं, जबकि सपा ने मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव की पुरानी सीट बचाने के लिए दिन-रात बराबर कर दिए हैं. यही कारण है कि सपा ने आज अपने स्टार प्रचारक आजम खान को आजमगढ़ के मैदान में उतार दिया. आजमगढ़ के गोपालपुर में सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव के लिए प्रचार करने पहुंचे आजम खान ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा.
निरहुआ के जीतने का दावा
सभी दल अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. बीजेपी प्रत्याशी दिनेश लाल निरहुआ का प्रचार करने पहुंचे योगी सरकार के मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि दिनेश लाल जीतेंगे और मोदी सरकार में मंत्री भी बनेंगे.
2014-19 में सपा के सामने जो आया, वह हारा
2019 के चुनाव में दिनेश लाल यादव निरहुआ को 3 लाख 61 हजार 704 वोट और 2014 के चुनाव में गुड्डू जमाली 2 लाख 66 हजार 528 वोट मिले थे. दोनों ही अपने समय में चुनाव हार चुके हैं, लेकिन इस चुनाव में बीजेपी, सपा और बसपा तीनों मजबूती से जुटे हैं.
क्या यह है 2024 का सेमीफाइनल?
आजमगढ़ और रामपुर को 2024 का सेमीफाइनल भी माना जा रहा है. सपा अपना गढ़ बचाने में कामयाब होगी या फिर बीजेपी अमेठी की तरह आजमगढ़ का मिथक भी तोड़ने में कामयाब होगी? फैसले के लिए बस कुछ दिन और इंतजार करना होगा.
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