Banda Boat Accident: उत्तर प्रदेश के बांदा में गुरुवार को उस वक्त हाहाकार मच गया, जब दोपहर के करीब अचानक एक नाव पलटकर यमुना नदी में डूब गई. इस नाव पर 33 लोग सवार थे..फिर शुरू हुआ सभी को बचाने के लिए रेस्क्यू
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बांदा/अतुल मिश्रा: उत्तर प्रदेश के बांदा में 33 सवारियों से भरी नाव यमुना नदी में पलट गई थी. इस हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है और 18 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है. चार लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं. ये रेस्क्यू ऑपरेशन लगभग 40 घंटे से चल रहा है. तेज शुरू हुई बारिश के चलते कुछ देर के लिए रेस्क्यू रोकना पड़ा.
डेड बॉडी मिलने का सिलसिला जारी
बांदा जनपद के मरका घाट में हुए नाव हादसे में पूरे 40 घंटे से ज्यादा बीत जाने के बाद अब डेड बॉडी के मिलने का सिलसिला शुरू हो गया है. अब तक 11 डेड बॉडी बरामद की गई हैं. कल पूरा दिन एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने बांदा जनपद में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया लेकिन कोई बॉडी साथ नहीं लगी. जिसके बाद आज फतेहपुर की सीमा के किशनपुर में जाल डाला कर प्रशासन ने गाड़ियों की खोजबीन शुरू कराई तो आठ डेडबॉडी हाथ लगी हैं.
किशनपुर पुलिस ने गोताखोरों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए रखा है. एक युवक की पहचान हो गई है जोकि जयचंद पुत्र प्रेमचंद निवासी मैकुवापुर थाना अशोथर का रहने वाला है. बाकी डेड बॉडी ओं की शिनाख्त करने में जिला प्रशासन बांदा जनपद के सहयोग से आगे की कार्रवाई कर रहा है.
बांदा जिले के मरका थाना क्षेत्र में गुरुवार को हुई नाव दुर्घटना में लापता लोगों का पता लगाने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के जवान लगातार लगे हुए हैं. रात में रेस्क्यू ऑपरेशन को स्थगित करने के बाद आज सुबह से फिर अभियान लगातार जारी है.
मुना नदी में नाव डूबी
बता दें कि रक्षाबंधन पर महिलाएं अपने भाइयों को राखी बांधने जा रहीं थी. गुरुवार दोपहर करीब तीन बजे मर्का थाना क्षेत्र के कस्बे से फतेहपुर के असोथर जा रही नाव यमुना नदी के बीच धार में पहुंची तो पतवार टूट गई. इससे नाव डगमगाने लगी. इसी बीच कई यात्री नाव से कूद पड़े. शुक्रवार को पूरे दिन बांदा में यमुना नदी में नाव डूबने से लापता हुए लोगों को खोजने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल छह टीमें लगी रहीं. इन टीमों के 60 जवान आठ मोटर वोट से पूरा दिन तलाशने के बाद भी किसी को नहीं ढूंढ पाए थे. अभी भी रेस्क्यू जारी है.
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