श्याम जी तिवारी/कानपुर: कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र में हुए बिकरू कांड में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. गैंगस्टर विकास दुबे की मदद करने के आरोप में जेल में बंद तत्कालीन एसओ विनय तिवारी और दारोगा केके शर्मा को बर्खास्त कर दिया गया है. दोनों के खिलाफ घटना के बाद विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए थे. कमिश्नरेट पुलिस ने पुलिसकर्मियों की बर्खास्तगी की कार्रवाई की जानकारी शासन को भेज दी है. 


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क्या है बिकरू कांड? 
आपको बता दें कि चौबेपुर के गांव बिकरू में 2 जुलाई 2020 को विकास दुबे के घर दबिश डालने गई पुलिस टीम पर उसके गुर्गों ने हमला कर दिया था. जिसमें बिल्हौर के तत्कालीन सीओ सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. बाद में पुलिस टीम ने विकास दुबे समेत उसके छह साथियों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था. जांच में चौबेपुर के तत्कालीन थानाध्यक्ष विनय कुमार तिवारी और हलका इंचार्ज केके शर्मा को विकास दुबे का मददगार पाया गया था. उनपर आरोप है कि पुलिस की दबिश की जानकारी विकास दुबे को पहले से दे दी थी. प्रकरण में दोषी पाये जाने पर दोनों पुलिस कर्मियों की बर्खास्तगी की कार्रवाई विशेष जांच दल की रिपोर्ट के बाद हुई. 


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21 पुलिसकर्मियों को पहले मिल चुका दंड 
पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने बताया कि विभागीय जांच में दोषी पाए जाने पर दोनों पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने का फैसला लिया गया है. इन दोनों पुलिसकर्मियों को छोड़कर अन्य 21 दोषी पुलिसकर्मियों के दंड का फैसला पहले हो चुका था. जबकि दो की जांच अभी भी जारी है. 


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