Sitapur: सांसद ने SDM पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप,मुख्य सचिव को लिखा पत्र वायरल
सीतापुर में इन दिनों सांसद ने एसडीएम के खिलाफ मोर्चा दिया है. सांसद ने एसडीएम पर कार्यों में लापरवाही बरतने के साथ धान खरीदी में गड़बड़ी का आरोप लगाया है.
राजकुमार दीक्षित/सीतापुर: यूपी के सीतापुर में धौराहरा से सांसद रेखा वर्मा का एक पत्र सोशल मीडिया में इन दिनों खूब वायरल हो रहा है. इस पत्र में रेखा वर्मा ने सीतापुर की महोली से एसडीएम पूनम भास्कर पर गंभीर आरोप लगाए हैं. सांसद रेखा वर्मा ने एसडीएम की शिकायत मुख्य सचिव से पत्र के माध्यम से की है. इस पत्र में धान खरीद घोटाले में एसडीएम की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं. सांसद ने धान खरीद में एसडीएम पर फर्जी सत्यापन का भी आरोप लगा है.
सांसद ने पत्र में क्या लिखा
पत्र में सांसद ने सीतापुर की महोली एसडीएम पूनम भास्कर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. मुख्य सचिव से पत्र के माध्यम से शिकायत की. पत्र में सांसद ने लिखा कि धान खरीद वर्ष 2022- 23 में सीतापुर जिले की महोली तहसील के अंतर्गत होने वाले भ्रष्टाचार में पूनम भास्कर उप जिलाधिकारी महोदया की भूमिका संदिग्ध है. उप जिलाधिकारी महोदया द्वारा बहुत से ऐसे किसानों की खतौनी का सत्यापन कर दिया गया जिन की भूमि पर वर्तमान समय में गन्ने की फसल खड़ी है तथा ऐसे किसानों का सत्यापन कर दिया गया जिन के पास भूमि भी नहीं है.
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तहसील में भ्रष्टाचार का मुद्दा
उप जिलाधिकारी महोदया ने अपने बचाव में स्टेनो को निलंबित कर दिया जबकि सत्यापन का कार्य स्वयं उप जिलाधिकारी महोदया द्वारा किया गया है. मुख्य सचिव को पत्र में लिखा कि आपको अवगत कराना है कि जब से पूनम भास्कर ने कार्यभार संभाला है महोली तहसील भ्रष्टाचार का केंद्र बन गई है. उप जिलाधिकारी न्यायालय के कार्यों में भी जब तक तथाकथित एजेंटों से ना मिला जाए तब तक कोई कार्य नहीं होता है. जनता के छोटे-छोटे कार्यों में लेखपाल व कानूनगो द्वारा फंसा कर रखा जाता है. इसकी जानकारी जब उप जिलाधिकारी को दी जाती है उसके पश्चात भी वह कार्य बिना लेनदेन के नहीं होते हैं. इस तहसील से संबंधित जनता के छोटे-छोटे कार्य कराने के लिए भी उपजिलाधिकारी कार्यालय से ही आदेश कराना पड़ता है. बीजेपी सांसद द्वारा एसडीएम पर लगाए गए आरोपों की सच्चाई क्या है, यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा. लेकिन यह मुद्दा इन दिनों सीतापुर में चर्चा का विषय बना हुआ है.