जौनपुर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के जौनपुर में सुसाइड का सनसनीखेज मामला सामने आया है. दरअसल, जौनपुर कोतवाली के सिधाई गांव में बीते मंगलवार को मेन डोर बंद कर सगे भाई और बहन ने फंसी लगा ली. जब परिवार के लोग काम करके वापस घर लौटे  तो मातम छा गया. वहीं, मामले की जानकारी होने पर पुलिस मौके पर पहुंत गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. जानकारी के मुताबिक पुलिस को मौके से सुसाइड नोट नहीं मिला है. आइए बताते हैं पूरा मामला.


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आपको बता दें कि सिधाई गांव के दरोगा राजभर के 4 बेटे और 3 बेटियां हैं. इसमें सबसे छोटे बेटे राजकपूर और सबसे छोटी बेटी पुष्पा जिसकी उम्र 19 है. कल मंगलवार को दोनों घर में अकेले थे. जानकारी के मुताबिक राजकपूर 3 साल से बीमार था. मंगलवार को उसकी पत्नी रेनू पति के बेहतर स्वास्थ्य के लिए मन्नत मांगने जालंधर के लिए निकली. इस दौरान पुष्पा उसकी देखभाल के लिए घर पर रुकी थी. इस दौरान दोनों के बीच क्या हुआ ये किसी को नहीं पता. परिवार के लोग जब शाम को काम से लौटे तो, मेन गेट अंदर से बंद था. दरवाजा खोलने के लिए आवाज लगाया गया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.


डॉक्टरों ने सगे भाई-बहन को किया मृत घोषित 
इस दौरान परिजनों ने काफी देर तक इंतजार किया. इसके बाद जबरन दरवाजा खोला गया. जब कमरे में जाकर देखा गया, तो पुष्पा और राजकपूर का शव पंखे के हुक से लटका मिला. आनन-फानन में दोनों को सीएचसी शाहगंज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. सूचना पाकर शाहगंज पुलिस मौके पर पहुंची. उन्होंने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. 


मामले में प्रभारी निरीक्षक ने दी जानकारी
इस मामले में प्रभारी निरीक्षक सदानंद राय ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि दोनों ने साथ में फंदा क्यों लगाया, ये अभी यह पता नहीं चल सका है. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है. अब ये देखना है कि मामले में क्या कुछ निकलकर सामने आता है.


 


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