योगी के रामनवमी वाले फैसले का अफजाल अंसारी ने किया स्वागत! बसपा सांसद बोले-योगी राजनेता बाद में पहले मठ के मठाधीश
Afzal Ansari : गाजीपुर पत्रकार एसोसिएशन के भवन निर्माण में सांसद निधि से बनाए जा रहे प्रथम तल के हाल का निरीक्षण करने पहुंचे सांसद अफजाल अंसारी ने किसानों को लेकर योगी सरकार को आड़े हाथ लिया.
गाजीपुर : यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने चैत्र नवरात्रि और रामनवमी त्योहारों के दौरान मंदिरों में दुर्गा सप्तशती और अखंड रामायण के पाठ सहित विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया है. योगी आदित्यनाथ के इस फैसले का बसपा सांसद अफजाल अंसारी ने स्वागत किया है. सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि योगी राजनेता से पहले धार्मिक मठ के पीठाधीश्वर हैं. सांसद ने नवरात्रि में सरकारी स्तर पर पूजा पाठ के आयोजन का स्वागत किया है.
आलू का समर्थन मूल्य कम
गाजीपुर पत्रकार एसोसिएशन के भवन निर्माण में सांसद निधि से बनाए जा रहे प्रथम तल के हाल का निरीक्षण करने पहुंचे सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच एम्पायर की भूमिका में हमेशा से पत्रकारिता रही है. इसलिए यहां की आवश्यकता को देखते हुए सांसद निधि से कुछ धन यहां हाल बनाने को दिया है. वहीं, उन्होंने आलू के समर्थन मूल्य पर योगी सरकार के फैसले को गलत बताते हुए कहा कि 650 रुपये प्रति क्विंटल आलू का समर्थन मूल्य बहुत ही कम है.
1200 प्रति क्विंटल हो समर्थन मूल्य
उन्होंने कहा कि एक तरफ केंद्र की मोदी सरकार किसान की आय दोगुना करने की बात कहती है और वहां ऊपर आलू का समर्थन मूल्य योगी सरकार 650 रुपये प्रति क्विंटल रखती है. इन दोनों में काफी अंतर है. उन्होंने कहा आलू की पैदावार की कीमत ही 12 सौ रुपये से ज्यादा आएगी. इससे कम रखने से किसान को घाटा होगा. उन्होंने सरकार से अपील की कि 650 प्रति क्विंटल आलू का दाम समर्थन मूल्य वापस लिया जाए.
किसानों को जटा जा रहा
उन्होंने बताया कि जब किसी भी अनाज का समर्थन मूल्य तय करते हैं, तो उसमें उस फसल की खेती के साथ किसान के सभी चीजों का मूल्यांकन करते हैं. जैसे बीज, पानी, खाद व अन्य सभी चीजों के साथ किसान की दिन भर खटने की मजदूरी भी तो जानते हैं, उसमें किसानों की प्रतिदिन की मजदूरी जो तय की गई है वह मात्र 92 रुपये है, अब यह कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक किसान जो अपने पूरे परिवार के साथ खेतों में काम करता है उसकी एक दिन की दिहाड़ी मात्र 92 रुपये तय की गई है.
किसानों को अशिक्षित कहना गलत
सांसद ने कहा कि इसको तय करने वाले जो लोग हैं उनकी दलीलें सुनकर आपके होश फाख्ता हो जाएंगे. उन्होंने किसानों को अप्रशिक्षित लेबर कैटेगरी में मान लिया है, अब जो किसान एक बार आसमान में देखकर मौसम का हाल बता देता है उससे ज्यादा प्रशिक्षित कौन होगा. उन्होंने कहा कि किसानों को अप्रशिक्षित कहना किसानों को गाली है, असली प्रशिक्षित किसान ही है. वो जो बता देगा हमारे वैज्ञानिक नहीं बता पाएंगे।.
सभी धर्मों के लिए ऐसा आदेश लाएं
वहीं, योगी सरकार द्वारा नवरात्रि में मानस पाठ और दुर्गाशप्तति के पाठ कराए जाने के आदेश का उन्होंने मुस्कुरा कर समर्थन किया और कहा वे धार्मिक व्यक्ति हैं और मठाधीश भी, राजनेता वो बाद में हैं तो उनका नवरात्रि में ये आदेश स्वागत योग्य है, लेकिन वो जिस कुर्सी पर बैठे हैं दिल थोड़ा बड़ा करके ऐसा आदेश सभी धर्मों के लिए भी करना चाहिए.
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