Chanakya Niti Before Marriage: इन चार बातों पर खरी उतरे लड़की तो उसी से करें शादी, जानें क्या कहती है चाणक्य नीति
Chanakya Niti: शादी करना हर किसी के लिए बेहद खास होता है...कई लोग ऐसे होते हैं कि शादी के बाद उनकी जिंदगी और खुशनुमा और कई लोगों की शादी के बाद विवाद भरी होती है...आचार्य चाणक्य के मुताबिक शादी से पहले हर लड़के को लड़की के बारे में 4 महत्वपूर्ण बातें जरूर जान लें...
Chanakya Niti: हर कोई चाहता है कि उसके लाइफ में एक ऐसा इंसान आए जो उसे हर तरह का प्यार दे सके और उसका ख्याल रख सके. उसका होने वाला जीवन साथी उसके साथ हर समय में खड़ा रहे. कहते हैं कि एक अच्छा जीवनसाथी जीवन में खुशियां ला सकता है. इन दिनों शादी-विवाह का सीजन चल रहा है. अगर आप भी शादी करना चाहते हैं और जीवनसाथी की तलाश में हैं तो ये खबर आपके लिए काम की हो सकती है.
आचार्य चाणक्य (Chanakya Niti) के मुताबिक लड़कों को अपने लिए लड़की का चयन करते समय कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए... आइए जानते हैं कि आपको किन बातों का ख्याल रखना चाहिए.
friendship tips : जया किशोरी ने लड़का लड़की की फ्रैंडशिप पर दिए टिप्स, बताया दोस्तों को कैसे परखें
एक अच्छा वैवाहिक जीवन तभी ही हो सकता है जब पति और पत्नी आपस में एक दूसरे को समझे और दोनों खुश रहे. इसके लिए दोनों के रिश्ते में मजबूती जरूरी है, ऐसे ही उन्होंने शादी से पहले जीवनसाथी के बारे में किन बातों को जानना जरूरी है. चाणक्य नीति में इस बारे में भी विस्तार से बताया है.
क्या कहती है आर्चाय की चाणक्य नीति
आचार्य चाणक्य (Chanakya Niti) ने अपने नीति शास्त्र में एक ऐसा ही श्लोक के बारे बताया है कि शादी या प्रेम से पहले अपने पार्टनर में कुछ बातों को जरूर परख लेनी चाहिए.
वरयेत् कुलजां प्राज्ञो विरूपामपि कन्यकाम्।
रूपशीलां न नीचस्य विवाह: सदृशे कुले।।
उपरोक्त श्लोक के मुताबिक चाणक्य नीति के इस श्लोक में बताया गया है कि इंसान को शादी से पहले अपने लाइफ पार्टनर को चुनते समय उसके शरीर के बजाय गुणों को देखना चाहिए.
सुंदरता नहीं होती सब कुछ
आचार्य चाणक्य की नीति के मुताबिक पुरुषों को कभी सुंदर स्त्री के पीछे नहीं भागना चाहिए. पत्नी अगर गुणवान हो तो संकल के समय भी परिवार को संभाले रखती है.एक स्त्री में बाहरी सुंदरता से ज्यादा मन की सुंदरता होनी चाहिए. उसके अंदर धैर्य होना चाहिए.
धर्म-कर्म में आस्था
चाणक्य नीति के अनुसार, स्त्री को धर्म-कर्म में विश्वास रखने वाली होनी चाहिए. धर्म कर्म में भरोसा रखने वाला इंसान मर्यादित होता है. इसलिए विवाह से जरूर जान लें कि उसकी धर्म-कर्म में कितनी आस्था है.
गुस्सा होता है दुश्मन
आचार्य चाणक्य के गुस्सा सबसे बड़ा दुश्मन होता है. नीति के अनुसार जि स्त्री को बहुत गुस्सा आता हो वो परिवार को कभी सुखी नहीं रख सकती. गुस्सा ही उसका और परिवार का दुश्मन होता है.
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है. सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक पहुंचाई गई हैं. हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है. इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी. ZEE UPUK इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा.